धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल में माफिया से भी खतरनाक हो गए हैं कुत्ते और आवारा पशु. आवारा पशु तो केवल शहरवासियों को ही नहीं, निगम के भी नाक में दम किए हुए है. खुली हवा में सांस लेने वाले यह आवारा पशु को धनबाद- झरिया में संचालित गौशाला वाले भी नहीं रखना पसंद करते. आवारा कुत्तों का भी यही हाल है. निरसा के रांगामाटी एवं बेनागोड़िया पंचायत के सीमावर्ती गांव के ग्रामीणों पर मंगलवार की सुबह-सुबह एक कुत्ते ने हमला कर दिया. आधा दर्जन लोगों को जख्मी किया.
मुखिया ने घायलों को अस्पताल भेजवाया
घटना की सूचना पाकर मुखिया कमलादेवी पहुंची तथा एंबुलेंस से सभी घायलों को इलाज के लिए निरसा सीएचसी भेजा. घायलों में ढाई वर्ष की बच्ची आरती चित्रकार की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए धनबाद भेज दिया. अन्य घायलों का इलाज चल रहा है. बाद में ग्रामीणों ने उस हिंसक कुत्ते को मार दिया. घटना के बाद स्थानीय लोग दहशत में जी रहे है. बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दे रहे है. ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की दोपहर पता नहीं कहां से, वह आवारा कुत्ता गांव के समीप आया. सोमवार की दोपहर को उक्त कुत्ते ने गांव के समीप एक दो लोगों पर हमला कर उन्हें काटा, परंतु लोगों ने उस पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया.
मंगलवार को अचानक हिंसक हो गया कुत्ता
मंगलवार की सुबह से उक्त कुत्ते ने लोगों पर हमला शुरू कर दिया. जब तक लोग सचेत होते ,उसने आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को काट डाला. आरती के पिता विकास चित्रकार ने बताया कि आवारा कुत्ता मेरे घर में घुस गया था. मैं दरवाजे पर कुत्ते के निकलने का इंतजार कर रहा था ताकि उसे मारा जाये. तभी मैंने देखा कि आंगन में खड़ी मेरी बेटी को काट रहा है तथा उसे खींचकर ले जाने का प्रयास कर रहा है. मैंने डंडे से उस पर प्रहार किया तथा हो-हल्ला मचाया तब कुत्ता बाहर की ओर भगा. हो हल्ला सुनकर अन्य लोग जुट गए तथा सभी ने मिलकर कुत्ते की पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई.
धनबाद (निरसा ) से बिनोद सिंह की रिपोर्ट
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