धनबाद में जमीन में भारी निवेश कितने अधिकारी -कर्मचारियों की लेगा "बलि" ,चालाक निवेशक भी फंसेंगे !!


धनबाद (DHANBAD)| कोयलांचल में बगैर पैन के जमीन और फ्लैट में भारी निवेश किया गया है. लेकिन अब निवेश करने वालो की चालाकी पकड़ में आ गई है. यह चालाकी दिखाने वालो पर अब भारी पड़ सकती है. आयकर विभाग ने धनबाद और गोविंदपुर रजिस्ट्री कार्यालय का जब सर्वे किया था , तो इस बात का खुलासा हुआ कि पैन नंबर रहते हुए फार्म 60 भरकर लोगों ने संपत्ति की रजिस्ट्री कराई है. कई में तो फॉर्म 60 भी नहीं था. यह मामला अब झारखंड विधानसभा में भी पहुंच गया है और उम्मीद की जा रही है की रजिस्ट्री का यह मामला अधिकारी कर्मचारियों की तो "बलि " लेगा ही , निवेश करने वाले भी अपनी चालाकी की वजह से फंस सकते है.
बताया जाता है कि कोयलांचल में डेढ़ हजार से अधिक संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन बिना पैन नंबर के किया गया है.
उल्लेखनीय है कि धनबाद और गोविंदपुर निबंधन कार्यालय से पिछले दो वर्षों में 1600 से अधिक संपत्तियों,जमीन, फ्लैट और बंगले की रजिस्ट्री बिना पैन कार्ड के किए जाने का बड़ा खुलासा हुआ था. इन संपत्तियों का कुल मूल्य करीब 400 करोड़ रुपये से अधिक है. आयकर विभाग की प्रारंभिक जांच में कई बड़े कारोबारियों द्वारा नियमों को दरकिनार कर भारी निवेश करने के सबूत मिले. यह भी पता चला है कि कई मामलों में निवेशकों ने अपनी आयकर रिटर्न में इन संपत्तियों का उल्लेख भी नहीं किया है.
धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने बुधवार को गोविंदपुर और धनबाद रजिस्ट्री कार्यालय में पिछले दो वर्षों में 1600 से अधिक चल -अचल संपत्तियों का निबंध बिना पैन कार्ड कराने का मामला विधानसभा में उठाया. उन्होंने कहा कि इसमें 400 करोड रुपए से अधिक की खरीद -बिक्री की गई है. विधायक ने आगे कहा कि दोनों निबंधन कार्यालयो में कुछ ऐसे संदिग्ध डीड बरामद हुए हैं ,जिनका मूल्यांकन करोड़ों में है. विधायक का कहना था कि यह स्पष्ट संकेत है कि उच्च मूल्य वाली संपत्तियों के निबंधन में बड़ी मात्रा में गड़बड़ियां की गई है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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