धनबाद(DHANBAD): धनबाद में कोयला चोरी में लगा गिरोह कुछ भी कर सकता है. फर्जी पेपर बना सकता है, अवैध डिपो से कोयला उठाकर देश के किसी भी राज्य तक पहुंचा सकता है. जितने संगठित कोयला चोरी करने वाले गिरोह हैं, उससे कम पावरफुल फर्जी कागजात बनाने वाला गिरोह नहीं है. जिस कंपनी के नाम पर देश के किसी भी राज्य में कोई डीलर लाइसेंस निर्गत नहीं है, उसके नाम से भी पेपर बना दिए जाते हैं. इसका खुलासा धनबाद के खान निरीक्षक द्वारा पकड़े गए एक मामले से हुआ है. खान निरीक्षक ने बरवाअड्डा थाने में इस मामले की शिकायत की है. सूत्र बताते हैं कि इस f.i.r को अगर आधार बनाकर जांच पड़ताल की जाए तो कोयला चोरी में लगे नवोदित गिरोह और कोयले का फर्जी पेपर बनाने वाले माफिया के यूथ विंग का खुलासा हो सकता है. जिस तरह का मामला खान निरीक्षक ने पकड़ा है, ऐसे ही मामलों की शिकायत लगातार होती रही है.
जिस तरह की शिकायत थी, मिलता-जुलता ही मामला पकड़ाया
कहा जाता है कि विभिन्न जगहों से कोयला चोरी कर एक जगह इकट्ठा किया जाता है फिर उसे फर्जी पेपर के सहारे बाहर की मंडियों में भेज दिया जाता है. यह काम निर्बाध चलता है. इसके लिए मंथली की एवज में पुलिस की ओर से पासिंग कोड भी जारी की जाती है. इस कोड को जानते-सुनते ही वाहनों को कहीं रोका नहीं जाता और कोयला लोड गाड़ियां अपने गंतव्य की ओर चली जाती हैं. मामला यू हैं कि खान निरीक्षक राहुल कुमार ने बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के जोड़ा पीपल के पास से 30 टन अवैध कोयला लदा ट्रक को गुरुवार को पकड़ा. ट्रक सहित ड्राइवर शिव पूजन राय को बरवाअड्डा पुलिस के हवाले कर दिया गया है. इस मामले में खान निरीक्षक ने झरिया निवासी कोयला कारोबारी मुकेश सिंह और गणेश पांडेय व अन्य के खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत की है. अवैध कोल कारोबार व ट्रांसपोर्टिंग करने के मामले में एफआइआर दर्ज करने के लिए आवेदन भी दिया है.
जानिए बरवाअड्डा पुलिस को दिये आवेदन में क्या कहा है खान निरीक्षक ने
बरवाअड्डा पुलिस को दिये आवेदन में कहा है कि जोड़ापीपल के सामने एनएच 19 पर अवस्थित स्कूल के सामने पेट्रोल पंप पर कोयला लदा एक ट्रक खड़ा था. बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के मोतीपुर, मुसनडीह अदलपुर निवासी ट्रक ड्राइवर शिवपूजन राय से कागजात मांगने पर वह परिवहन चालान प्रस्तुत नहीं कर सका. ट्रक ड्राइवर ने शाहा इंडस्ट्रीज द्वारा जारी एक कागजात, इ-वे बिल की दो प्रति, वजन स्लीप दिखाया. जांच में पता चला कि शाहा इंडस्ट्रीज के नाम पर कोई भी कोल माइनिंग का डिलर्स लाइसेंस निर्गत नहीं हुआ है. पूछताछ में चालक ने बताया कि झरिया निवासी मुकेश सिंह के गोधर स्थित डीपो से कोयला लोड कर बिहार जा रहा था. गणेश पांडेय ने उक्त सभी कागजात मुहैया करवाया था.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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