साहिबगंज (SAHIBGANJ): एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य को विकास की गति में आगे बढ़ाने को लेकर एड़ी से लेकर चोटी तक मेहनत कर रही है.वहीं दुशरी तरफ सोरेन सरकार के जन कल्याणकारी योजनाओं पर फलिता लगाने का कार्य उनके ही पदाधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है.भ्रष्टाचार से घिरे निर्माणाधीन थाना भवन निर्माण कार्य का ताजा मामला बोरियो से सामने आया है.जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि झारखंड पुलिस हाऊसिंग कारपोरेशन लिमिटेड के देख-रेख में करीब 2 करोड़ो 69 लाख की लागत से बोरियो थाना परिसर में थाना भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. लेकिन विभागीय अधिकारियों के मिलीभगत से टेंडर एजेंसी के द्वारा भवन निर्माण कार्य में खुलेआम अनिमियता बरती जा रही है.
घटिया सीमेंट के साथ गलत ईंटे का किया जा रहा उपयोंग
मिली जानकारी के अनुसार भवन निर्माण कार्य में घटिया सीमेंट के साथ-साथ तीन नंबर लाल ईंटा का उपयोग किया जा रहा है. यहाँ तक कि बिल्डिंग के जोड़ाई के लिए 6 एमएम का छड़ देने का प्रावधान है.लेकिन पूरे बिल्डिंग में छड़ कहीं नहीं देखा जा रहा है. साथ ही साथ बिल्डिंग निर्माण कार्य के कॉलम में डायमंडरिंग यानी कि डबलरिंग देना जरूरी है लेकिन एजेंसी के द्वारा केवल मास्टररिंग से ही आधा से ज्यादा ढलाई का कार्य किया गया है. जो सरासर नियम यानी कि डीपीआर के विरुद्ध है.आगे जब द"न्यूज़ पोस्ट के टीम ने पड़ताल किया तो पता चला कि बिल्डिंग के लिए जो फा उंडेशन किया गया है उसमें नीचे पेडेस्टल का प्रावधान है लेकिन एजेंसी के द्वारा उसमें सेंधमारी की गई है.उसमें केवल 9 इंच ढलाई करके क्लॉम को उठा दिया गया है.जबकि नीचे पेडेस्टल की ढलाई होना चाहिए,आगे आपको बताते है कि भवन निर्माण कार्य में टेंडर एजेंसी का सेंधमारी और भ्रष्टाचार यहीं नहीं रुका जब द"न्यूज़ पोस्ट की टीम ने वरीय पदाधिकारियों से जानकारी हासिल कि, तो उनका कहना था कि थाना भवन निर्माण कार्य फ्रेम स्ट्रेक्चर बिल्डिंग है. लेकिन एजेंसी के द्वारा सारेआम तीन नंबर घटिया ईंटा का उपयोग कर के जुड़ाई कर सिर्फ और सिर्फ क्लॉम को पूरा करने का कार्य किया जा रहा है. जो नियम के विरुद्ध है. लेकिन थाना भवन निर्माण कार्य में टेंडर एजेंसी का भ्रष्टाचार की कारनामा यहीं खत्म नहीं हुई. जब द"न्यूज़ पोस्ट की टीम ने आगे बढ़कर बिल्डिंग निर्माण कार्य के डीपीआर को खंगाला. तो पता चला कि डीपीआर में साफ-साफ उल्लेख किया गया है कि थाना भवन का निर्माण कार्य में फ्लाई एक्स ब्रिक्स यानी कि सीमेंट के ईटा का उपयोग करने का प्रावधान है. लेकिन टेंडर एजेंसी के द्वारा सरे आम शासन और जिला प्रशासन शासन के नाक के नीचे एजेंसी के द्वारा तीन नंबर लाल ईंट का प्रयोग कर जोड़ाई का कार्य किया जा रहा है. वहीं घटिया ईंट के साथ बिल्डिंग के निर्माण कार्य में जो पिलर दिया गया है. उसमें जो रिंग छड़ बांधा जा रहा है. उसमें भी सेंधमारी किया गया है, जब और थोड़ा सा आगे बढ़कर जानने का प्रयास किया. तो पता चला कि पिलर के छड़ में जो रिंग छड़ का इस्तेमाल किया गया है. उसमें 8-8 इंच के दूरी रखी गई है, जबकि डीपीआर या नक्शा की बात किया जाए तो उसमें 5-5 इंच की दूरी दर्शाई गई है.
क्या कहते है विभागीय पदाधिकारी
बोरियो थाना परिसर में चल रहे थाना भवन निर्माण कार्य के विभागीय अधिकारी विशाल कुमार जब द" न्यूज़ पोस्ट की टीम ने दूरभाष के माध्यम से बात किया तो उन्होंने बताया कि भवन निर्माण कार्य का शिकायत मुझे भी मिला है,यदि बिल्डिं ग निर्माण कार्य में एजेंसी की द्वारा अनिमियता बरती गई है या बरती जा रही है तो हम एक बा र एक बार अपना पदाधिकारी से जाँच करा ले ते है,इसके बाद मैं खुद जाकरएक-एक बिंदु पर जांच करूंगा,यदि जांच में गलत पाया जाता है तो एजेंसी के विरुद्ध कठोर करवाई की जाएगी.
रिपोर्ट. गोविंद ठाकुर
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