रांची (RANCHI) : टेंडर घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार झारखंड के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की बेल याचिका पर आज रांची के पीएमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई. बता दें कि आज ईडी की ओऱ से बहस की गई, बहस के दौरान ईडी की ओर से आलमगीर आलम को पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड बताते हुए जमानत याचिका का विरोध किया गया. वहीं बुधवार यानी 8 अगस्त को बचाव पक्ष की तरफ आलमगीर आलम की ओर से बहर पूरी कर ली गई थी. फिलहाल दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अदालत के जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है.
15 मई को ईडी ने किया गिरफ्तार
कैश कांड मामले में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने 15 मई को गिरफ्तार किया था. आलमगीर आलम को ईडी ने दो दिनों की रिमांड में पूछताछ करने के बाद 16 मई को गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने मंत्री आलमगीर से मनीलांड्रिंग मामले में लंबी पूछताछ की थी. गिरफ्तारी के बाद उनका मेडिकल जांच कराया गया था और फिर रात उन्हें ईडी दफ्तर में ही रखा गया था. जिसके बाद उन्हें पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश किया गया था. इसके बाद से आलमगीर आलम रांची के होटवार जेल में बंद है. यहां ध्यान रहे कि 6 मई को मंत्री आलमगीर के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगि आलम के यहां छापेमारी की थी. जहां से ईडी ने 37 करोड़ रुपए बरामद किया थे. साथ ही कई महत्व पूर्व दस्तावेज भी ईडी को हाथ लगे थे. जिसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि ईडी इस मामले में मत्री आलमगीर आलम को पूछताछ के लिए बुला सकती है. इसी बीच ईडी ने 12 मई को मंत्री आलमगीर को समन भेजकर 14 मई को पूछताछ के लिए बुलाया था. जिसके बाद ईडी ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया था. वहीं इस मामले में ईडी ने राज्य के वरीय आईएस अधिकारी मनीष रंजन से पूछताछ कर चुकी है.
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