रांची(RANCHI) - पिछले साल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक बड़ा कांड हुआ था. यह कांड पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुआ था जिसमें कांग्रेस के तीन विधायक शामिल थे. इसे कैश कांड का नाम दिया गया था. कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी, राजेश कश्यप और नमन विक्सल कोंगाड़ी 50 लाख रुपए नकद के साथ पकड़े गए थे. हावड़ा पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था.
इस कांड को लेकर कांग्रेस ने क्या लिया था निर्णय
जैसे ही यह मामला सामने आया कांग्रेस ने किसी दबाव के तहत तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया. इस संबंध में कांग्रेस के ही विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने अरगोड़ा थाने में जीरो एफ आई आर दर्ज कराया था. इसे कोलकाता पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया था. कांग्रेस के विधायक अनूप सिंह ने या आरोप लगाया था कि तीनों विधायक सरकार को गिराने की साजिश में शामिल थे. तीनों विधायकों ने हाईकोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए याचिका दायर की थी कि उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी नियम विरुद्ध है.
पार्टी आलाकमान ने तीनों विधायकों को तत्काल निलंबित कर दिया था. लेकिन अब यह संकेत मिल रहा है कि कांग्रेस आलाकमान यह निलंबन खत्म कर सकता है. कांग्रेस संगठन के प्रमुख नेता केसी वेणुगोपाल ने परोक्ष रूप से यह संकेत दिया है कि जल्द ही उनका निलंबन खत्म कर दिया जाएगा विधायकों को अपने क्षेत्र में सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है. इन तीनों विधायकों ने प्रदेश स्तर पर भी नेतृत्व को अपना स्पष्टीकरण दिया था. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के समक्ष अपना पक्ष रखा. संसदीय कार्य मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि तीनों विधायकों का निलंबन वापस लेने का निर्णय आलाकमान के स्तर पर ले लिया गया है.किसी भी समय इस संबंध में आदेश आ सकता है.
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