धनबाद(DHANBAD): धनबाद की सड़कों पर रफ्तार का कहर देखिए हुजूर! रोज लोग मर रहे हैं. वाहन चलाने वाले भी नहीं सुधर रहे हैं,तो उन्हें सुधारने की ठोस कोशिश भी नहीं की जा रही है. इसी साल 20 अप्रैल को बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी की बहन सरिता तिवारी और बहनोई राजेश तिवारी निरसा में जीटी रोड पर सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे. दुर्घटना में राजेश तिवारी की जान चली गई थी.
6 मई को अशर्फी अस्पताल के सामने विपरीत दिशा में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो डिवाइडर फांद कर दूसरी लेन में घुसी और स्कूटी से जा रही दो बहनों को रौद दिया. शिक्षक पुत्री दो बहनों ने दम तोड़ दिया था.
25 मई को जीटी रोड पर बरवा अड्डा के कल्याणपुर के पास एक कार कंटेनर से जा टकराई. कुल आठ लोग कार पर सवार थे. सभी शादी का रिश्ता तय करने के लिए रायगंज जा रहे थे .घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी.1 जून को मेमको मोड़ के समीप तेज रफ्तार स्कॉर्पियो पिता पुत्री को जोरदार टक्कर मारते हुए दूसरी कार से टकराई थी. घटना में इलाज के दौरान कुछ दिन बाद तोपचांची के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. यह तो है हाल की कुछ भीषण दुर्घटनाएं, जिन में कई परिवार तबाह हो गए.
मंगलवार की देर रात लोहार बरवा में हुई हृदय बिदारक सड़क दुर्घटना में चार युवकों की मौत हो गई. पांचवा भी गंभीर रूप से घायल है. यह दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार में ही मृतकों की बॉडी फस गई थी. धनबाद की सड़कों पर दुर्घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है. मंगलवार की रात हुई दुर्घटना ने एक बार फिर लोगों को विचलित कर दिया है. घटना के कारण के बारे में तरह-तरह की बातें कही जा रही है. प्रमुख बात हैं कि कार रॉन्ग साइड से जा रही थी. हाल के दिनों में आठ लेन सड़क और जीटी रोड पर दुर्घटनाओं के पीछे रॉन्ग साइड से गाड़ी चलाना कारण बन रही है .
धनबाद जिले में ना तो रफ्तार पर काबू पाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है और नहीं रॉन्ग साइड वाहन चलाने वालों पर अंकुश लगाया जा रहा है. शराब के नशे में भी बेपरवाह ढंग से गाड़ियां चलाई जा रही है. लोगों का कहना है कि जीटी रोड पर और 8 लेन सड़क के सर्विस लेने के अतिक्रमण के कारण भी गाड़ियां रॉन्ग साइड से चल रही है .सर्विस लेन पर आम लोगों के साथ-साथ दुकानदारों और बड़े बहनों का कब्जा रहता है. जीटी रोड के थानों के बाहर लगी बड़ी-बड़ी गाड़ियां भी सर्विस लेन में अवरोध पैदा कर रही है. गोविंदपुर थाने के बाहर बड़े वाहन खड़े हैं. यही हाल निरसा, राजगंज और तोपचांची थाने का भी है. शहर की सड़कों की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. यहां भी हाई स्पीड बाइक तेजी से चलती है .साथ में प्रेशर हॉर्न बजाते लड़के जब चलते हैं तो अन्य वाहन चालकों को परेशानी हो जाती है. कभी-कभी तो यह भी दुर्घटना का बड़ा कारण बन जाती है.
वैसे सूचना मिली है कि बुधवार की रात पुलिस ने पूरे जिले में ड्रंक और ड्राइव चलाया. स्थानीय पुलिस के साथ-साथ ट्रैफिक पुलिस भी शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ अभियान में शामिल थी. अभियान में दर्जनों चालकों को शराब के नशे में वाहन चलाते पकड़ा गया. वैसे, मंगलवार की रात सड़क दुर्घटना में मृत युवकों के परिजनों के क्रंदन से सभी का कलेजा फट रहा था. अतिक्रमण सिर्फ जीटी रोड और 8 लेन सड़क पर ही नहीं है. शहर की सड़कों पर भी अतिक्रमण है. शहर की सड़कों का हाल तो यह है कि सड़क के दोनों तरफ दुकान लगती हैं. और जो जगह बचती है वहां गाड़ियां खड़ी कर दी जाती है. नतीजा होता है कि पैदल चलने वालों को भी परेशानी होती है. निगम बीच-बीच में अतिक्रमण हटता जरूर है लेकिन फिर दुकानदार अपनी जगह पर काबिज हो जाते हैं. सबसे आश्चर्यजनक बात है कि धनबाद के कोहिनूर मैदान में निगम ने वेंडिंग जोन बनाया, लेकिन वह वेंडिंग जोन अभी तक आबाद नहीं हुआ. दुकानदार गए तो जरूर लेकिन खरीदारों के नहीं जाने से फिर रोड पर दुकान लगाने लगे. जो भी हो लेकिन अब सख्त कार्रवाई की जरूरत है, अन्यथा लोगों की जान इसी तरह से जाती रहेगी.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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