दुमका(DUMKA): दुमका के इंडोर स्टेडियम परिसर में जिला मुखिया संघ द्वारा सोहराय मिलन समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि दुमका विधायक बसंत सोरेन शामिल हुए. अपने संबोधन में विधायक बसंत सोरेन ने प्रदेश वासियों को सोहराय पर्व की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर इसी तरह अपनी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखें. इस मौके पर महिला पुरुष, बूढ़े बच्चे सभी परंपरागत पोषक में सोहराय के गीत पर थिरकते नजर आए.
सोहराय पर्व का महत्व
सोहराय का अर्थ बधाई या शुभकामना होता है. यह त्यौहार भाई-बहन के प्रेम और प्रकृति की पूजा से जुड़ा है. प्रकृति और मानव सृष्टि के श्रृंगार से जुड़े इस उत्सव की खास बात होती है अपने कुटुंब जनों के स्वागत व सान्निध्य के बीच परस्पर सौहार्द का परिवेश बनाना. यह त्यौहार नारी सम्मान, खासकर अपनी बहनों के स्वागत-सत्कार से जुड़े अगाध प्रेम के अद्वितीय प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. 5 दिनों तक चलने वाला सोहराय संताल परगना में नौ जनवरी से शुरू होकर 14 जनवरी तक मनाया जाता है. सोहराय के अवसर पर प्रत्येक संथाल परिवार अपने संबंधियों को आमंत्रित करते हैं. खास करके यह पर्व भाई बहन के पवित्र रिश्तों को समेटता है.
5 दिन तक चलने वाले इस पर्व में संथाल समाज के लोग न केवल अपने इष्ट देव की पूजा करते हैं. अपितु गाय, भैंस, हल, बैल की भी पूजा करते हैं. प्रत्येक दिन का है अलग-अलग महत्व है.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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