धनबाद(DHANBAD): 3 दिसंबर को धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या की जांच एसआईटी करेगी. सरकार इसके लिए एस आई टी का गठन करेगी. मंगलवार को सरकार की ओर से यह जानकारी हाई कोर्ट को दी गई. कोर्ट ने शपथ पत्र के जरिए पूरा डिटेल्स, किन-किन मामलों की जांच एस आई टी करेगी, इसकी जानकारी देने को कहा है. इसके अलावा 3 दिसंबर को हत्या के बाद अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी भी कोर्ट को दी गई है.
धनबाद मंडल कारा के अंदर सुरक्षा के सारे सिस्टम फेल
इधर, हत्याकांड के बाद धनबाद के उपायुक्त वरुण रंजन द्वारा गठित टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है. इस जांच टीम में सिटी एसपी अजीत कुमार, अपर समाहर्ता विनोद कुमार तथा एडीएम, विधि व्यवस्था कमलाकांत गुप्ता शामिल थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीसी को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि धनबाद मंडल कारा के अंदर सुरक्षा के सारे सिस्टम फेल थे. सुरक्षा में लापरवाही बरती जा रही थी. बाहर से बंदियों को भेजे जाने वाले सामान की जांच कागज पर होती थी. जेल मैनुअल का पालन नहीं हो रहा था.
23 बंदियों को राज्य के दूसरे जेल में शिफ्ट करने की कार्रवाई भी शुरू
इधर, धनबाद जेल में बंद 23 बंदियों को राज्य के दूसरे जेल में शिफ्ट करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है. इस बीच मंगलवार को जेल प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा के बीच सतीश साव और विकास बजरंगी को प्रभारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया. अदालत ने दोनों को 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया.अब दोनों पर अमन सिंह की हत्या का मुकदमा भी चलेगा. दोनों दूसरे मुकदमे में पहले से ही जेल में बंद है. धनबाद जेल में बंद विकास बजरंगी एवं सतीश साव को न्यायिक हिरासत में लेने की प्रार्थना कांड के अनुसंधानकर्ता ने अदालत से की थी. अमन सिंह की हत्या के बाद धनबाद जेल की , की गई जांच के बाद दो पिस्टल और 6 मोबाइल बरामद किए गए थे. सुंदर महतो उर्फ रितेश यादव पर अमन सिंह की हत्या करने का आरोप है. 5 दिनों के रिमांड पर लेकर पुलिस उससे पूछताछ कर चुकी है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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