जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : बच्चे शिक्षा प्राप्त करने स्कूल जाते हैं. माता-पिता भी बड़े भरोसे के साथ अपने छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल भेजते हैं. उन्हें विश्वास होता है कि स्कूल प्रबंधक और शिक्षक उनके बच्चों का ख्याल रखेंगे. लेकिन क्या होगा जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं. ऐसा ही मामला पटमदा थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित तुंगबुरू प्राथमिक विद्यालय से सामने आया है. यहां के प्रधान शिक्षक युधिष्ठिर मंडल को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली एक आदिवासी छात्रा के साथ छेड़छाड़ और गलत हरकत करना महंगा पड़ गया. नाबालिग के साथ छेड़छाड़ के आरोप में आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने प्रधान शिक्षक युधिष्ठिर मंडल की जूते से पिटाई कर दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची तुंगबुरू कैम्प की पुलिस ने शिक्षक को भीड़ से बचाया. पटमदा थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह ने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए मामला शांत करवाया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसे जेल भेजा दिया .
रंगे हाथ पकड़ाया शिक्षक
जानकारी के अनुसार शिक्षक स्कूल की एक छात्रा के साथ पिछले 15 दिनों से उसे डरा-धमकाकर उसके प्राइवेट पार्ट को छुआ करता था. शिक्षक कभी क्लासरूम तो कभी झाड़ियों में बच्ची को ले जाकर उसके साथ छेड़छाड़ किया करता था. बच्ची के किसी को कुछ बताने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दिया करता था. बुधवार को भी वह झाड़ियों में बच्ची के साथ गलत हरकत कर रहा था. इस दौरान कुछ ग्रामीण ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया. जिसके बाद खबर गांव में आग की तरह फैल गई. कुछ ही समय के अंदर सभी ग्रामीण मौके पर जुट गए और साथ मिलकर शिक्षक की पीटाई कर दी. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों शिक्षक को लोगों से छुड़वाया.
पहले भी दो छात्राएं बन चुकी है दरिंदगी का शिकार
आरोपी शिक्षक ने पुलिस के समक्ष गलती स्वीकार की. उसने पुलिस को बताया कि इससे पूर्व भी उसने दो अन्य छात्राओं के साथ इस तरह की शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया है. वह बोड़ाम थाना क्षेत्र के कुईयानी गांव का रहने वाला है. साल 2016 से तुंगबुरू प्राथमिक विद्यालय में योगदान दे रहा था. थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए आरोपी शिक्षक को जेल भेज दिया गया है.
रिपोर्ट : रंजीत ओझा, जमशेदपुर
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