बाबा टांगीनाथ धाम में व्यवस्था देख भड़के गुमला DC, समिति की कार्यशैली पर उठाए सवाल


गुमला (GUMLA): उपायुक्त सुशांत गौरव ने सोमवार को बाबा टांगीनाथ धाम का दौरा किया. उन्होंने मुख्य मंदिर में पूजा अर्चना कर जिले वासियों के सुख समृद्धि की कामना की. साथ ही धाम स्थल में विराजमान अनेक प्राचीन मूर्तियां, मंदिर और विशालकाय त्रिशूल का मुआयना किया. उसके पश्चात उपायुक्त के निर्देश पर समिति के साथ तत्काल विशेष बैठक रखी गई. जहां समिति की विधि व्यवस्था को लेकर खेद प्रकट करते हुए उपायुक्त ने कहा कि समिति बेतरतीब तरीके से चल रही है, इतने दिनों में न तो सड़क है, न पानी है और न ही शौचालय है आखिर यहां हो क्या रहा है. धाम स्थल में होने वाले व्यवस्था की सारी जिम्मेवारी पदेन अध्यक्ष प्रखंड विकास पदाधिकारी की होती है.
सख्त चेतावनी देते हुए डीसी ने कहा कि प्रत्येक सप्ताह समिति की बैठक कर अविलंब विधि व्यवस्था में सुधार लाएं और इससे हमें अवगत कराएं. वहीं समिति की दान पेटी को देख निर्देश दिया कि प्रत्येक दिन दान पेटी को समिति के लोगों के समक्ष खोला जाए जिसकी वीडियोग्राफी भी हो और 24 घंटे के अंदर दान में आई राशि बैंक में जमा कराई जाए. वहीं धाम परिसर में लगे टाइल्स में हो रहे फिसलन को देखते हुए उपायुक्त ने कहा की यह टाइल्स सही नहीं है, तत्काल तो इसे बदला नहीं जा सकता है इसीलिए समिति के मद से यथाशीघ्र उसके ऊपर पूरा ग्रास मैट लगाने का आदेश दिया.
वहीं बीडीओ को निर्देश देते हुए कहा कि बाबा टांगीनाथ धाम स्थल में पूर्व में किए गए सभी कार्य और वर्तमान में चल रहे सभी कार्यों की जांच रिपोर्ट यथाशीघ्र सौंपे और विशेष प्रमंडल मद से बने चार दुकानों को चयन कर योग्य व्यक्तियों को सुपुर्द करें. साथ ही सीओ को धाम स्थल की भूमि का ब्यौरा देते हुए सीमांकन करने का निर्देश दिया. वहीं कहा की हाई मास्ट लाइट सिर्फ जेरेडा से ही लगाई जाए यदि दूसरे किसी भी कंपनी की ओर से लगाए जाने पर विभागीय कनीय अभियंता पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं एसडीओ प्रीति किस्कू, बीडीओ एकता वर्मा और सीओ शिवपूजन तिवारी को सामूहिक रूप से समिति के साथ बैठक कर जगह का चयन करते हुए क्या क्या आवश्यकता है. उसका इंजीनियर से इस्टीमिट तैयार कर प्रपोजल के साथ भेजने का निर्देश दिया.

कार्यपालक अभियंता को लगाई फटकार
आर ई ओ के कार्यपालक अभियंता के द्वारा निर्देश के बावजूद सड़क का न्यूनतम मरम्मत तक नहीं कराया गया. इससे नाराज होकर फटकार लगाते हुए उपायुक्त ने आर ई ओ के कार्यपालक अभियंता को कड़ा निर्देश देते हुए एक सप्ताह के अंदर सड़क को रोलिंग कर चलने योग्य बनाने की हिदायत दी.
पत्रकारों से बातचीत में उपायुक्त ने कहा कि...
बाबा टांगीनाथ धाम जिले का सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है. यहां आकर धाम की परिस्थिति का जायजा लेना जरूरी था की किस परिस्थिति में भीड़ भाड़ वाले दिन स्थिति को संभाला जाता है. यहां झारखंड के चीफ जस्टिस का दौरा हुआ था जिसमें जो फिटबैक मिला था उससे काफी शर्मिंदगी महसूस हुई थी. यहां आज देखकर लगा की प्लानिंग के साथ यहां बड़ा बदलाव लाने की जरूरत है. आगे कहा की प्रशासन की यहां युवा टीम है जो जिला को प्रस्ताव बनाकर भेजेंगे उसे तत्काल सहमति प्रदान की जाएगी. प्रयास रहेगा की यहां कोई भी बड़े अधिकारी या श्रद्धालु आएं वो यहां से खुश होकर जाएं और यहां की महत्ता बरकरार रहे और प्रखंड और जिले का नाम रोशन हो. वहीं सड़क के मामले में पूछने पर बताया की सड़क का यहां से प्रस्ताव जा चुका है, अधिकतम दिसंबर तक टेंडर कराकर कार्य को प्रारंभ कर दिया जाएगा.
रिपोर्ट: अभिमन्यु, डुमरी/गुमला
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