रांची(RANCHI) : देश में अब विदेशी साइबर अपराध अपना जाल बिछा रहे हैं. विदेशों में बैठ कर देश से करोड़ों रूपये देश के बाहर क्रिप्टो करेंसी के जरिए उड़ा रहे हैं. आए दिन इसके कई लोग शिकार बन रहे हैं. एक ऐसा ही मामला रांची में देखने को मिला. जहां जीवन साथी वेबसाइट पर साथी खोजना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया और उसकी जीवन भर की कमाई खत्म हो गई.
युवक से एक करोड़ की ठगी
एजीडी अनुराग गुप्ता ने बताया कि रांची के रहने वाले राहुल नाम के युवक से एक करोड़ की ठगी करने की जानकारी मिली थी. पूछताछ में पता चला कि राहुल जीवन साथी के जरिये एक महिला से जुड़ा था. बाद में दोनों एक दूसरे से व्हाट्सएप के जरिए बात चीत करते थे. इस दौरान महिला ने उसे क्रिप्टो करेंसी खरीदने को लेकर दबाव बनाया. जिसके बाद उससे क्रिप्टो करेंसी खरीदने के नाम पर एक करोड़ रुपये की ठगी कर ली गई.
छह बिंदुओं पर जांच हुई शुरू
इस मामले का अनुसंधान करते हुए पुलिस ने छह बिंदुओं पर जांच शुरू की. जांच में पुलिस ने यह पता लगाया कि राहुल का सबसे पहले जीवन साथी एकाउंट किसने बनाया है. दूसरा उसमें मेल किसका था, तीसरा जिसने व्हाट्सएप ग्रुप बनाया वह कौन है औऱ ग्रुप कहां से बनाया गया था. इसके बाद जिस वेबसाइट पर पैसा इन्बेस्टमेंट कराया गया और फिर किस खाता में पैसा गया इसकी जानकारी की गई. जांच में पता चला कि यह सब काम्बोडिया से संचालित किया जा रहा है. इसमें जीवन साथी के साथ समन्वय बना कर कई जानकारियां ली गई थी. उसके बाद जांच की कडी आगे बढ़ी तब इसमें दो युवक महाराष्ट्र के औरंगाबाद से संलिप्त पाए गए.
महाराष्ट्र से दोनों आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
जिसके बाद रांची CID के चार पुलिस कर्मी महाराष्ट्र गए और वहां के स्थानीय पुलिस के सहयोग से दोनों युवकों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में संतोष राउत औऱ अभिषेक शामिल है. पूछताछ में संतोष राउत ने बताया कि वह बेहद गरीब परिवार से आते है. इनके पिता ऑटो चालक है. इसे इसका दोस्त अभिषेक पैसे का लालच देकर इसके नाम पर खाता खोलवा कर विभिन्न नए-नए बोर्ड लगा कर कंपनी के नाम पर बैंक खाता खोलवाया था. इस मामले में सीआईडी ने बताया कि जो दो आरोपी की गिरफ्तारी हुई है ये लोग एक साइबर क्राइम में कमीशन के तौर पर काम कर रहे है. राहुल से ठगी के लिए उन्हें एक लाख में इसे पांच हज़ार रुपये इन लोगों को दिया गया है. इस पूरे खेल को देश से बाहर बैठ कर कोई और खेल रहा है.
अंजान लिंक पर ना करे क्लिक
इससे बचने के उपायों को एसपी एस कार्तिक ने बताया कि किस तरह के अंजान लिंक पर क्लिक ना करें. कोई भी वेबसाइट पर जाने से पहले इसे अच्छे तरीके से वेरिफिकेशन कर ले. उन्होंने बताया कि किसी तरह के संदिग्ध लिंक मिलने पर उसकी शिकायत cid के पास करें.
सीआईडी ने सुलझाया पूरा मामला
साइबर थाना की डीएसपी नेहा बाल ने बताया कि अनुसंधान के दौरान कई चुनौती थी. लेकिन इसके बाद कई बिंदुओं पर जांच कर अपराधियों तक पहुंच पाई है. उन्होंने बताया कि इसका पैसा चाइना,काम्बोडिया और अन्य देशों से किया जा रहा था. लेकिन यह एक जटिल समस्या थी कि आखिर पैसा इंडिया के ही खाते में जा रही थी.बाद में इसे भी सुलझाने में CID सफल रही.
रिपोर्ट. समीर हुसैन
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