रांची (RANCHI): सदर अस्पताल में डॉक्टर से लेकर सफाई कर्मी का पद पर बड़ी संख्या में खाली है. नए सुपर स्पेशलिटी भवन में मरीजों का इलाज ऐसे में संभव नहीं है. 10 नवंबर को 500 बेड वाले अस्पताल का हैंडोवर हो चुका है, लेकिन इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड नियमों(IPHS) के हिसाब से डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी किल्लत है. नियमों के हिसाब से 500 बेड पर 628 मेडिकल स्टाफ होना चाहिए, लेकिन अस्पताल की ओर से अभी 562 स्टाफ की जरूरत बताई गई है, फिलहाल अस्पताल में 378 का अंतर है.
बड़े पैमाने पर कर्मियों की होगी जरूरत
अस्पताल में इलाज की जरूरी सुविधाएं बहाल रखने के लिए विभाग से मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा गया है. स्वीकृत पदों की संख्या के हिसाब से यहां कई पद लंबे समय से खाली हैं. अकेले स्टाफ नर्स के 46 पद पड़े हुए हैं. इसके अलावा ऑक्सीजन ऑपरेटर, लैब और आईसीयू टेक्नीशियन, मेडिसिन, सर्जरी सपोर्टिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट, मेट्रन, रेडियोग्राफर लैबोरेट्री अटेंडेंट वार्ड बॉय, ड्रेसर, ट्रॉली मैन, बोडीलॉडर, लिफ्टमैन, ऑक्सीजन ऑपरेटर सहित अस्पताल में बड़ी संख्या में कर्मचारियों की कमी है. कर्मचारियों की कमी रहने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
मैनपावर बहाल करने के लिए कवायद शुरु
सदर अस्पताल में 500 की जगह 220 क्षमता के हिसाब से भी कर्मचारी उपलब्ध नहीं हैं. नए भवन के बड़े परिसर के अंदर इमरजेंसी सहित ओपीडी को शिफ्ट किया जाएगा. उस वक्त मौजूद क्षमता के आधार पर इलाज संभव नहीं है. मेडिकल ऑफिसर और विशेषज्ञों के क्षेत्र में 76 में से अठाईस इक्विवेलेंट पद खाली हैं.
4+