गुमला(GUMLA):इस साल यानी 2024 में होने वाले आईपीएल में गुजरात टाइटल की ओर से झारखंड के गुमला जिले से एक 21 वर्ष के युवा को मौका दिया गया, जिसमे गुजरात टाइटल्स ने रोबिन मिंज की 3.6 करोड़ में बोली लगाई थी, और उन्हें सेलेक्ट कर लिया गया. इस खबर से पूरे झारखंड का सीना गर्व से चौड़ा हो गया और लोगों को यह उम्मीद जगी कि अब धोनी के बाद झारखंड का एक और क्रिकेट प्लेयर देश में धमाल मचाएगा, लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक लोगों को रास नहीं आई और युवा खिलाड़ी रोबिन मिंज एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गया जिसकी वजह से अब इसको क्रिकेट मैच खेलने से रोक दिया गया है. जिससे अब झारखंड के साथ गुमलावासियों का सपना टूट गया है.
वहीं रोबिन मिंज को आईपीएल खेलने से रोकने के बाद लोगों में निराशा देखा जा रहा है
गुमला जैसे आदिवासी बहुल इलाके के रायडीह प्रखंड के सिलम पंचायत स्थित पदनन टोली गांव के रहनेवाले युवक रोबिन मिंज को बिगत दिनों आईपीएल क्रिकेट के लिए गुजरात टाइटल्स की ओर से 3 करोड़ 60 लाख में खरीदा गया था,वहीं इस खबर के गांव में आने के बाद गांव के लोगों में की खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन बिगत दिनों रांची में बाइक चलाने के दौरान रोबिन की सड़क दुर्घटना हो गया, जिसके बाद उसके आईपीएल खेलने पर रोल लग गयी,इस खबर को सुनने के बाद गांव के लोगो मे काफी दुख का माहौल बना हुआ है.
सड़क दुर्घटना से टूटा गुमलावासियों का सपना
वहीं आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस गांव में एक भी टीवी नही था, लेकिन रोबिन का मैच गांव के लोग देख पाए उसके लिए लोगो ने टीवी भी खरीदा था, लेकिन उसका बाइक दुर्घटना में घायल होने की खबर ने लोगो को निराश कर दिया है.वहीं खास कर गांव के युवाओं में काफी निराशा देखने को मिल रही है, उनकी माने तो यह केवल रोबिन को ही नहीं बल्कि उनके पूरे गांव को पहचान देने वाला विषय था, लेकिन इस घटना ने उनके पूरे सपने को तोड़ कर रख दिया.ऐसे तो गुमला की कोई साकारात्मक पहचान अब तक नहीं बन पाई है, लेकिन रोबिन की वजह से एक अलग पहचान गुमला की बनने की संभावना थी, लेकिन जब नियति ने कुछ और ही लिखा हो तो आप कुछ नहीं कर सकते है. कुछ ऐसा ही रोबिन के साथ हुए हादसे को लेकर लोग चर्चा कर रहे है.
गांव में ये चर्चा हुई थी कि तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन ने रोबिन मिंज से मुलाकात
आपको बताये कि जब रोबिन मिंज का सिलेक्शन हुआ था, तब उस समय तेज चर्चा हुई थी कि तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन बुलाकर उससे मुलाकात की थी, तब भी गांव के लोगो को लगा था कि गांव का अब सही रूप से विकास होगा,दरअसल गुमला जिला के जिस गांव से रोबिन आता है वह जिला मुख्यालय से महज आठ किमी दूर ही है, लेकिन आज तक गांव में मूलभूत सुविधा भी नहीं पहुंच पाई है, ऐसे में रोबिन की वजह से गांव को एक अलग विकास की जिस किरण की उम्मीद थी वह भी टूट गयी.वहीं लोगो ने कहा कि उनकी ईश्वर से कामना है कि जल्दी रोबिन ठीक होकर एक बार फिर से क्रिकेट खेलें और गांव के साथ पूरे झारखंड का नाम रौशन करें
रिपोर्ट-सुशील कुमार
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