जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : जमशेदपुर में बागबेड़ा के खरकई नदी पर बने सुलुइस गेट के मरम्मती की मांग को लेकर एक दिवसीय उपवास पर बैठा गया. मांग पूरी नहीं होने पर बागबेड़ा बस्ती वासियों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
आपको बता दें कि विभाग की ओर से करोड़ो रूपये खर्च कर सुलुइस गेट का निर्माण कार्य किया गया था. ताकि बागबेड़ा बडौदा घाट नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा ना हो सके. पिछले कई सालों से सुलुईस गेट की स्थिति जर्जर हो चुकी है. फिलहाल स्थिति यह है कि सही तरीके से फाटक नहीं खुलने की वजह से 2 घंटे की बारिश में ही निचले इलाकों के सैकड़ो घरों में नाले का पानी घुस जाता है. स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि लोगों को उस क्षेत्र से पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है. नाले का पानी क्षेत्र में प्रवेश करने की वजह से गंदगी और महामारी का खतरा भी बढ़ जाता है. इस स्थिति को देखते हुए जिले के उपायुक्त ने संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को इस स्थिति में सुधार के लिए कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए है. बावजूद इसके स्थिति जस की तस बरकरार है. इस स्थिति से परेशान होकर बस्तीवासियों ने पूर्व जिला परिषद सदस्य किशोर यादव के नेतृत्व में बागबेड़ा सिद्धू कानू मैदान में एक दिवसीय उपवास किया. विभाग की ओर से अब भी मांगे नही मानी गई तो आगे उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है.
रिपोर्ट. रंजीत ओझा
4+