रांची(RANCHI): झारखंड में केन्द्रीय जांच की दबिश बढ़ी हुई है. इस जांच में अब तक कई लोग सलाखों के पीछे जा चुके है.अधिकारी से लेकर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री फिलहाल सलाखों के पीछे है.लेकिन ईडी की जांच पर शुरू से ही विपक्ष भाजपा की साजिश बता रहा है.हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी जिस जमीन के कब्जे के आरोप में हुई थी अब उस जमीन का असली मालिक राजकुमार पाहन ने वीडियो जारी कर ईडी पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. पाहन ने वीडियो में कहा है कि ईडी के अधिकारी हेमंत सोरेन का नाम लेने का दबाव बना रहे है. हालांकि इस वीडियो की पुष्टि THE NEWS POST नहीं करता.
झारखण्ड : राजकुमार पाहन – ईडी वाले दबाव डालते हैं कि बोलो यह ज़मीन हेमन्त सोरेन का है, जिसको मैं अपनी ज़मीन के सिलसिले में नहीं जानता न ही कभी देखा है उसका नाम कैसे लूं? यह जमीन सदियों से हमारी है.@HemantSorenJMM @JmmJharkhand @INCIndia @RJDforIndia pic.twitter.com/Aa7ocvTOAS
— Jharkhand Khabar (@JharkhandKhabar) March 30, 2024
राजकुमार पाहन ने कहा कि बड़गाई अंचल से जुड़ी साढ़े आठ एकड़ जमीन से हेमंत सोरेन का कोई लेना देना नहीं है. इस जमीन का कब्जा हमारे पूर्वज के समय से है. कई पुस्त से यह जमीन पर खेती बारी किया करते थे. राजकुमार पाहन ने बताया कि ईडी ने समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया था. इस दौरान ईडी की ओर से हेमंत सोरेन के कब्जे में जमीन होने की बात कबूलने का दबाव बनाया गया है. आठ फरवरी को पूछताछ के दौरान ईडी की ओर से कहा गया कि हेमंत सोरेन का नाम लेने का दबाव डालते थे. हेमंत सोरेन को बेवजह फसाया गया है. हेमंत सोरेन का इस जमीन से कोई लेना देना नहीं है.
बता दे कि हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी बड़गाई की साढ़े आठ एकड़ जमीन के कब्जे के आरोप में 31 जनवरी को हुई है. ईडी का आरोप है कि हेमंत सोरेन ने भुईहरी जमीन को कब्जा किया है. इस पूरे मामले में लंबी पूछताछ चली लेकिन आखिर में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.अब ईस मामले में नया मोड सामने आया है. हालांकि अब मामला कोर्ट में है तो सभी की निगाहे कोर्ट पर टिकी हुई है.
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