धनबाद(DHANBAD): धनबाद में गंगा सतलज एक्सप्रेस के पैंट्रीकार में 16 दिसंबर की रात हुए हंगामा के बाद निर्णय लिया गया है कि ट्रेनों में अब जांच के दौरान आईआरसीटीसी अधिकारियों के साथ आरपीएफ के जवान रहेंगे. धनबाद में हुई घटना को लेकर ईसीआर मुख्यालय से लेकर रेलवे बोर्ड और आईआरसीटीसी मुख्यालय तक हंगामा मचा हुआ है. तय हुआ है कि अब पैंट्री कारों की रेगुलर जांच होगी. और जो लोग गैर सूचीबद्ध सामान बेचते पकड़े जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
जांच में आईआरसीटीसी की टीम के साथ अब आरपीएफ और रेल पुलिस के जवान मौजूद
बता दे कि 16 दिसंबर की घटना की समीक्षा के लिए पूर्व मध्य रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कामर्शियल मैनेजर और आईआरसीटीसी के रीजनल मैनेजर धनबाद पहुंचे थे. अधिकारियों ने रेल मंडल प्रबंधक और सीनियर डीसीएम के साथ घटना को लेकर मंथन किया. तय हुआ कि ट्रेनों के पैंट्रीकार और स्टेशन के स्टॉल पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच में आईआरसीटीसी की टीम के साथ अब आरपीएफ और रेल पुलिस के जवान मौजूद रहेंगे .
अब खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की रेगुलर बेसिस पर होगी जांच
16 दिसंबर की रात की घटना के बाद रेलवे की व्यवस्था भी सवालों के घेरे में आ गई है .जिस तरह से गंगा सतलज एक्सप्रेस के पैंट्रीकार में गैर सूचीबद्ध पानी की बोतल को लेकर बवाल मचा, अधिकारियों की पिटाई हुई .उससे ऐसा लगता है कि ट्रेनों के पैंट्री कारों में माफिया की समानांतर व्यवस्था चल रही है. सूत्र बताते हैं कि गंगा सतलज एक्सप्रेस का मामला तो एक उदाहरण है. अधिकांश ट्रेनों के पैंट्रीकार में गैर सूचीबद्ध सामान का उपयोग होता है. लेकिन धनबाद की घटना ने रेलवे बोर्ड और आईआरसीटीसी मुख्यालय तक में हड़कंप मचा दिया है. अब ट्रेन के पैंट्रीकार ही नहीं बल्कि स्टेशन के स्टॉल पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की रेगुलर बेसिस पर जांच होगी . जांच टीम के साथ आरपीएफ और रेल पुलिस के जवान मौजूद रहेंगे.16 दिसंबर की रात दो अधिकारियों की पिटाई कर दी गई थी.एक के सिर पर नौ तो दूसरे के माथे पर छह टांके लगे थे.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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