हमारा बेटा तो चला गया, दूसरे बच्चे के साथ न हो ऐसा- न्याय मंच के साथ धरने पर बैठे अस्मित के पिता बोले


धनबाद(DHANBAD): सिंदरी डी नोबिली के छात्र अस्मित आकाश की मौत के मामले में पुलिस और स्कूल प्रबंधन कठघरे में खड़ा है. स्कूल प्रबंधन पर सीसीटीवी फुटेज में छेड़छाड़ कर साक्ष्य मिटाने के आरोप लग रहे हैं. तीन महीने बीत जाने के बाद भी इस मामले का अब तक खुलासा नहीं हुआ है. पुलिस अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर चुपचाप बैठ गई है. जबकि छात्र के अभिभावक का आरोप है कि केस अज्ञात नहीं है, सीसीटीवी फुटेज में सब कुछ दिख रहा है. अस्मित को न्याय दिलाने के लिए सिंदरी के लोगों ने अस्मित न्याय मंच का गठन किया है.
मां-पिता के दर्द को समझिये
धरने में शामिल अस्मित के पिता प्रफुल्ल कुमार स्वैन ने कहा कि सीसीटीवी में एडिट किया गया है. सबूत मिटाने की कोशिश की गई है. हम जानते हैं कि मेरा बेटा लौटकर नहीं आएगा, लेकिन स्कूल के अन्य बच्चों को सुरक्षा मिले और उनके बेटे के कातिल को सजा मिले, इसके लिए जहां तक जाना होगा, वह जाएंगे. वहीं छात्र की मां बासमती स्वैन ने कहा कि हम लोग अब चुप बैठने वाले नहीं है, तीन महीने हो गए, लेकिन कहीं से न्याय की कोई आस नहीं दिख रही है.
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इंसाफ मिलने तक जारी रहेगा मंच का धरना
अस्मित न्याय मंच के संयोजक प्रकाश ठाकुर के नेतृत्व में धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया गया. न्याय की मांग की गई. प्रकाश ठाकुर का कहना है कि क्लास रूम में 60 बच्चे और एक क्लास टीचर थे. सीसीटीवी में बहुत कुछ दिख रहा है और बहुत कुछ साक्ष्य मिटाने के लिए किया गया है. ऐसे में स्कूल प्रबंधन और पुलिस दोनों सवालों के घेरे में है. जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक मंच का आंदोलन जारी रहेगा.
स्कूल में हो गई थी अस्मित की संदिग्ध मौत
बता दें कि 23 मार्च 2022 को अस्मित आकाश की मौत हुई थी. आरोप है कि क्लास रूम में ही कुछ साथियों ने उसकी पिटाई की और उसके बाद उसकी मौत हो गई. इसके बाद खूब हो-हल्ला हुआ. स्कूल प्रबंधन पर सवाल खड़े किए गए, बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल उठे, लेकिन मामले का खुलासा नहीं हुआ.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ प्रकाश, धनबाद
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