पलामू(PALAMU): उत्पाद सिपाही दौड़ में लगातार युवाओं की जान जा रही है. गर्मी में दौड़ के वजह से युवा मौत की नींद होते जा रहे है. सरकारी आकड़ों के मुताबिक अबतक 12 अभ्यर्थी की मौत हो चुकी है. सबसे अधिक पलामू में पांच युवाओं की दौड़ के दौरान मौत हुई है. साथ ही सैकड़ों बीमार अस्पताल में भर्ती है. इसपर अब एनसीपी ने पूरी नियुक्ति पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. साथ ही सरकार की मंशा क्या है यह सवाल पूछा है. सरकार से मृतकों के आश्रितों को मुआवजा के साथ नौकरी की मांग की है.
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सह हुसैनाबाद विधायक कमलेश कुमार सिंह ने मौत पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नहीं हैं. यह सरकार युवाओं को नौकरी के नाम पर मौत देने का काम कर रही है. दीपक पासवान समेत अबतक राज्य के विभिन्न जिलों के 12 युवाओं ने जान गवा दी है. प्रतिदिन युवा दौड़ के दौरान गंभीर हो रहे हैं. उनका समुचित इलाज नहीं होने से भी उनकी जान जा रही है. दीपक पासवान दौड़ के दौरान 28 अगस्त को अचेत हो गए थे. रांची के मेदांता में उनका इलाज चल रहा था. सोमवार को उनकी मौत हो गई.
आज तक बहाली के लिए युवाओं की दौड़ में इस तरह की घटना पहली बार सामने आ रही है. कमलेश सिंह ने घटना के पीछे के कारणों की जाँच कराने की मांग राज्य सरकार से की है. उन्होंने मृतक युवाओं के प्रति गहरा दुःख व्यक्त करते हुए राज्य सरकार से मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो वह सड़क से सदन तक उनके लिए लड़ने को तैयार हैं.
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