रांची(RANCHI): झारखंड उत्पाद सिपाही की दौड़ में हर दिन युवाओं के मौत की खबर सामने आ रही है. अब इस पर राजनीतिक पारा भी हाई हो गया है. भाजपा ने मृतक के आश्रितों को 50 लाख मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की है. साथ भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने मृतक के परिजनों को एक एक लाख रुपये सहायता के रूप में देने की घोषणा की है. असम के मुख्यमंत्री झारखंड चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने सरकार से मांग करते हुए कई सवाल भी पूरी नियुक्ति पर उठाया है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि झारखण्ड में अभी कई मुद्दे है. लेकिन उत्पाद सिपाही की बहाली में मौत से सवाल उठ रहा है. जल्दबाजी में नियुक्ति करने का निर्णय लिया है. अगस्त के माह में गर्मी रहती है.लेकिन सरकार ने आपा धापी में फिजिकल टेस्ट देते हुए लोगों का निधन हुआ है. इतने बड़े पैमाने पर कभी BSf ,आर्मी या असम बिहार बंगाल में पुलिस की बहाली में मौत नहीं हुई थी. अब इस मौत का जवाब हेमंत सोरेन क्या देंगे.
2023 के जुलाई में नियुक्ति का विज्ञापन निकला लेकिन बात आगे नहीं बढ़ी आखिर में चुनाव नजदीक आने पर 15अगस्त को फिजिकल टेस्ट का नोटिफिकेशन निकाल दिया और धूम में युवाओं को दौड़ा दिया.इस मामले को नेशनल ह्यूमन राइट में आवेदन देकर जाँच की मांग करेंगे. साथ ही सरकार से मांग किया है कि आश्रितों के परिजन को नौकरी और 50लाख रूपये देने की जरुरत है.
उन्होंने कहा कि आखिर गरीब परिवार के बच्चे ही दौड़ में शामिल हुए है. जब दूर से बच्चे दौड़ में शामिल होने के लिए रांची आरहे है या कही अपने सेंटर पहुँच रहे है. तो उन्हें दौड़ने से पहले एक ग्लास दूध और फल दिया जाये. जिससे उन्हें थोड़ा रहत मिले साथ ही 15दिनों के लिए दौड़ को रोकने का काम करें .हिमंता ने घोषणा किया है कि अगले एक सप्ताह में सभी परिवार को एक एक लाख रूपये देने की घोषण की जाएगी. सभी मृतक के घर पहुँच कर सहयोग देने का काम करेंगे.
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