धनबाद(DHANBAD): धनबाद में पानी घोटाले को लेकर 11 अफसरों और 18 ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा के बाद धनबाद जेल में राशन घोटाले का खुलासा होने से धनबाद एक बार फिर माफिया से इतर अलग ढंग से चर्चा में है. एसीबी ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के 11 अधिकारी और 18 ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा कर जांच शुरू किया है. इधर, धनबाद जेल में कैदियो को भरपेट खाना नहीं देने का भी खुलासा हुआ है. जेल आईजी के निर्देश पर बनी टीम ने धनबाद जेल में आटा आपूर्ति सहित अन्य स्टॉक में गड़बड़ी पकड़ी है. टीम की जांच रिपोर्ट के बाद आईजी ने जेल अधीक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की है. अपनी अनुशंसा में उन्होंने जेल अधीक्षक को दूसरे जेल में शिफ्ट करने का भी जिक्र किया है. सूत्रों के अनुसार जेल आईजी के आदेश पर 5 और 6 दिसंबर को धनबाद मंडल कारा में दो सदस्य की टीम जांच के लिए पहुंची थी.
जांच टीम ने 12 दिसंबर को जेल आईजी को अपनी रिपोर्ट दी
यह जांच टीम 12 दिसंबर को जेल आईजी को अपनी रिपोर्ट दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि धनबाद जेल में बंदियों को निर्धारित मात्रा से कम रोटी परोसी जा रही है. भंडार और भंडार पंजी में अंकित राशन सामग्री में अंतर पाया गया है. इधर, पानी घोटाले में बात सामने आई है कि 2010 से लेकर 2014 तक गड़बड़ी की गई है. शिकायत तो पहले की गई थी लेकिन मुख्यमंत्री से अनुमति मिलने के बाद एसीबी ने 11 अधिकारी और 18 ठेकेदारों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू किया है. 2010 से 2014 तक हुए काम का ऑडिट कराने पर पता चला कि केवल 40% ही काम करा कर ठेकेदारों को पूरा भुगतान कर दिया गया है. इसमें पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारी गलत ढंग से भुगतान करने में शामिल है. इसके बाद यह जांच की कार्रवाई शुरू हुई है.
रिपोर्ट: शांभवी सिंह, धनबाद
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