झारखंड की पहली 8 लेन सड़क के नाम को ले राजनीति तेज ,नया प्रस्ताव आया खतियानी मार्ग का


धनबाद(DHANBAD): झारखंड की पहली 8 लेन सड़क के नाम को लेकर धनबाद में रार छिड़ गई है. भाजपा वाले अटल मार्ग की मांग कर रहे हैं तो झारखंड मुक्ति मोर्चा वाले बिरसा मुंडा मार्ग की मांग कर रहे हैं तो अब झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने इसका नाम खतियानी मार्ग करने की मांग कर डाली है. सबके अपने-अपने तर्क हैं, सब अटल बिहारी बाजपेई को सर्वमान्य नेता मानते हैं लेकिन कहते हैं कि नाम स्वीकार नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में आठ लेन सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. लेकिन आरोप के मुताबिक जैसे ही सरकार बदली, काम को रोक दिया गया और फिर जब दबाव बढ़ा तो काम शुरू हुआ. लेकिन काम गति नहीं पकड़ी. सड़क के हैंडोवर में अभी भी दो-तीन महीने का वक्त लग सकता है.
काम के साथ -साथ नाम को लेकर बढ़ने लगी राजनीति
ऐसे में जैसे-जैसे सड़क का काम पूरा होने को है, नाम को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. सड़क कैसे व्यवस्थित हो, सड़क पर और क्या-क्या सुविधाएं हो, सड़क पर दुर्घटनाएं नहीं हो ,सड़क का अतिक्रमण नहीं हो, इसको लेकर कभी कोई राजनीतिक दल ना आंदोलन किया ना कोई पहल की. लेकिन अब जब सड़क आकार लेने लगी है, नामकरण को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. मतलब क्रेडिट लेने की होड़ मची हुई है. ऐसे में इसका नाम अंतिम रूप में क्या होगा, यह तो अभी भविष्य के गर्भ में है लेकिन सड़क के निर्माण का काम प्रगति पर है. विश्व बैंक की मदद से सड़क का निर्माण किया जा रहा है. कांको मोड़ से गोल बिल्डिंग तक सड़क बन रही है. 400 करोड़ से अधिक की राशि से बनने वाली सड़क से धनबाद के लोगों को कई लाभ होंगे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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