रांची(RANCHI): झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा ली गई CGL की परीक्षा में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है.पहले परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप कुछ छात्रों ने लगाया तो अब पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. परीक्षा में सफल छात्रों के साथ हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना बनाई गई थी. सर्टिफिकेट फाड़ने से लेकर किसी भी हद तक जाने की तैयारी कुछ प्रदर्शनकारी के द्वारा की गई थी. इस मामले में रांची उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी.
उपायुक्त मंजू नाथ भजंत्री ने बताया कि JSSC CGl परीक्षा परिणाम के बाद दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया की जा रही है.इस बीच सुचना मिली की कुछ शरारतीतत्व के द्वारा दस्तावेज सत्यापन कराने वाले छात्रों के साथ कुछ घटना को अंजाम देने की योजना है.इसे देखते हुए BNSS की धारा 163 दंडाधिकारी के द्वारा लगा दी गई थी.जिसे देखते हुए व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किये गए थे. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठ कर सड़क जाम कर दिया. इस दौरान विधि व्यवस्था को देखते हुए तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.
वरीय पुलिस अधीक्षक चन्दन कुमार सिन्हा के द्वारा बताया गया कि JSsC cGl परीक्षा में सफल छात्र दस्तावेज सत्यापन कराने JSSc दफ्तर पहुँचाने वाले है.इस दौरान सुचना मिली की सफल छात्र का कुछ शरारती तत्व के द्वारा सर्टिफिकेट फाड़ने से लेकर हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना थी.इस दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को हिरासत में लिया है.
इसके पूर्व भी JSsC दफ्तर में तोड़फोड़ की गई थी पुलिस इस बिंदु पर भी जाँच कर रही है.अगर इनकी संलिप्ता मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.अगर किसी को परीक्षा में कोई संदेह लगता है तो लोकतान्त्रिक तरीके से प्रदर्शन कर सकते है.न्यायलय का रुख कर सकते है.लेकिन हिंसक आंदोलन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.
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