धनबाद (DHANBAD) : धनबाद के चर्चित रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह हत्याकांड में रिमांड पर लिए गए उसके चचेरे भाई पिंटू सिंह की बातों पर भरोसा करें तो वासेपुर के कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान और अमन सिंह गैंग में सुलह हो गई है. दोनों साथ मिलकर काम कर रहे हैं. पिंटू सिंह ने स्वीकार किया है कि प्रिंस खान और अमन सिंह के साथ मिलकर उसने उपेंद्र सिंह की हत्या कराई है. उपेंद्र सिंह की हत्या के लिए अमन सिंह ने ही यूपी से दो शूटर बुलाए थे, जो घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए. शुटरों से उसकी दो बार मुलाकात भी हुई, लेकिन दोनों ने अपना नाम नहीं बताया.
हत्याकांड को कोर्ट में सरेंडर
एक फरवरी को उपेंद्र सिंह की पीके राय कॉलेज गेट के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड में पिंटू सिंह 13 फरवरी को कोर्ट में सरेंडर किया था. सरायढेला पुलिस ने पिंटू सिंह को पूछताछ के लिए 3 दिनों के रिमांड पर लिया था. शनिवार को रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद पुलिस ने पिंटू सिंह को कोर्ट में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. पिंटू ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि लाला हत्याकांड के बाद जानी दुश्मन बने प्रिंस खान और अमन सिंह अब दोस्त बन चुके हैं. उपेंद्र सिंह ने एक बार प्रिंस खान के परिचित की गाड़ी पकड़ ली थी, जिसे प्रिंस के कहने पर भी नहीं छोड़ा था. इसको लेकर दोनों के बीच फोन पर अक्सर गाली गलौज होता था. उपेंद्र सिंह से उसका भी खुन्नस चल रहा था. इसके बाद उपेंद्र सिंह को हटाने की योजना बनाई गई और इसी से बचने के लिए घटना के एक दिन पहले जमशेदपुर चला गया था. 3 माह पहले बरही में भी उपेंद्र सिंह पर फायरिंग की घटना हुई थी. उपेंद्र सिंह परिवार के साथ अपने गांव जा रहा था. अमन सिंह ने उस पर फायरिंग करवाई थी, हालांकि वह घटना में बच गया था. पिंटू सिंह ने यह भी स्वीकार किया है कि पहले उपेंद्र सिंह के साथ काम करता था.
प्रिंस खान ने करवाई फायरिंग
उपेंद्र सिंह के दबंग होने के कारण रिकवरी के धंधे में उसकी चलती थी. इसके अलावा रेल कॉलोनी के आवास से किराया वसूलता था. वह भी रिकवरी के धंधे पर काबिज होना चाहता था लेकिन उपेंद्र रोड़ा बना हुआ था. परेशान होकर वह प्रिंस खान के साथ जुड़ गया. प्रिंस खान ने ही बैंक मोड में उपेंद्र पर फायरिंग करवाई थी, लेकिन इलाज के बाद वह बच गया. अगर पिंटू सिंह पुलिस के सामने सच बताया है तो पुलिस को भी चौकन्ना होना होगा. अगर प्रिंस खान और अमन सिंह एक साथ काम कर रहे हैं तो इस गठजोड़ को तोड़ना होगा, अन्यथा कोयलांचल में अपराध नहीं रुकेंगे.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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