गुमला (GUMLA) : गुमला में दो वक्त के भोजन के लिए लोग तरस रहे है. यहाँ के ग्रामीणों का कहना है कि पीडीएस दुकानदार द्वारा कई महीनों से उन्हें अनाज नहीं मिल रहा है. लोग यहां पीडीएस दुकानों का चक्कर काटने को मजबूर हो गए है. लोगों को रोजगार भी नहीं है कि वो अपना भरण पोषण कर पाए. गुमला जिला झारखंड का एक ऐसा जिला है जहां की 80 प्रतिशत आबादी पूरी तरह से सरकार द्वारा दी जाने वाली पीडीएस की अनाज पर ही आश्रित होती है लेकिन इसके बावजूद कई परिवारों को आज भी सही रूप से पीडीएस का अनाज नहीं मिल पाता है जिसके कारण उन्हें काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
कई महीने से नहीं मिल रहा अनाज
ग्रामीणों का कहना है कि ये सही रूप से अनाज मिलने का किसी एक महीने का मामला नहीं है बल्कि ऐसा कई महीने से चलता आ रहा है. ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि उन्हें अनाज के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि वे लोग अनाज को लेकर कई दिनों तक पीडीएस दुकानों का चक्कर भी काटते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि किसी प्रकार का रोजगार का व्यावस्था नहीं होने के कारण उन्हें परिवार के दो वक्त के भोजन के लिए पीडीएस के अनाज की जरूरत पड़ रही है.
गड़बड़ी को लेकर एफआईआर दर्ज
सूबे के मुख्यमंत्री हो या अन्य मंत्री या जिला के प्रशासनिक पदाधिकार हर गरीब तक कल्याणकारी योजना को पहुंचाने का दावा करते हैं लेकिन परिस्तिथि जो है उससे उन सभी की लापरवाही स्पष्ट नजर आती है. वहीं जिला में आपूर्ति पदाधिकारी के रूप में हाल में योगदान करने वाली प्रीति कुमारी की माने तो उनका प्रयास होगा कि ग्रामीणों को सही रूप से सही समय पर अनाज उपलब्ध कराया जाय,साथ ही उन्होंने पीडीएस के दुकानदारों को भी सही रूप से अनाज उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया गया है. वहीं जिला प्रशासन की ओर से पीडीएस व्यावस्था में गड़बड़ी को लेकर एफआईआर भी दर्ज कराया गया है.
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