टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- झारखंड में नक्सलियों पर बहुत हद तक लगाम तो लगा है. लेकिन, उनकी जमीन और जड़े पूरी तरह नेस्तानाबूत तो नहीं हुई है. बेशक बड़े नक्सली कानून के शिकंजे में आकर सलाखों में अपनी राते गुजार रहे हैं. बावजूद इसके आज भी कही न कही माओवादियों की सल्तनत और हनक कायम दिखती है. गढ़वा जिले के रंका थाना इलाके में कुछ ऐसा ही माजरा देखने को मिलता है.
नक्सलियों ने टावर का काम रुकवाया
रंका थाना क्षेत्र में एलएंडटी साइट पर बन रहे एक टावर का काम रुकवा दिया. नक्सलियों ने लेवी नहीं देने पर ऐसा काम किया. बताया जा रहा है कि एलएंडटी साइट पर टावर बना रहे कर्मियों के साथ धमकी भी दी और मारपीट भी किया.
रंका इलाके मे नक्सलियों की दहशत है, विकास का काम लगातार बाधित औऱ रुक जाता है. ठेकेदारों से जेजेएमपी के कमांडर के द्वारा मोबाइल से या फिर मैसेज के माध्यम से धमकी दी जाती है. साइट पर भी जाकर कर्मियों के साथ मारपीट औऱ तोड़फोड़ की घटना सामने आते रही है. काम भी बंद करा दिया जाता है. पिछले कुछ सालों से नक्सलियों की लगातार यहां दहशत बनीं रहती है.
पुलिस के अपने दांवे
पुलिस नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की बात तो करती है. लेकिन, जमीन पर असर कुछ ओर ही दिखता है. यहां सल्तनत मानों आज भी माओवादियों की ही चल रही हो. पलामू के आईजी राज कुमार लकड़ा माने तो पुलिस आम लोगों को सुरक्षा देगी. इसके साथ-साथ किसी भी तरह की कार्रवाई के लिए उनकी टीम मुस्तैद है. लोगों को किसी भी चिज से डरने की जरुरत नहीं है.
सरकार नक्सलियों के खिलाफ अभियान भी चला रही है. उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की पहल भी कर रही है. भटके हुए लोगों को नई जिंदगी की शुरुआत के लिए योजना बनाकर मदद भी की जा रही है. हाल के दिनों में कई बड़े नामचीन नक्सली भी जेल की हवा खा रहे हैं. बहुत हद तक राज्य में नक्सली वारदातों में कमी आई. उनका साम्राज्य पहले की तुलना में सिकुड़ता जा रहा है. रंका में जिस तरह विकास के काम में नक्सली रुकावट पैदा कर रहे है, ये चिंता का विषय है.
4+