झारखंड में महफूज नहीं रहा महफूज पलामू पुलिस ने ले ली जान! प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल तोड़ दिया हाथ

रांची(RANCHI): पलामू पुलिस सवालों के घेरे में है. लूट और डकैती के आरोप में 6 मार्च को गिरफ्तार आरोपी महफूज ने इलाज के दौरान रिम्स में दम तोड़ दिया. इस दौरान पुलिस पर आरोप लगा है कि 1 मार्च को उसे पुलिस ने नावा बाजार थाना क्षेत्र से हिरासत में लिया था. इसके बाद अलग-अलग थाना में ले जाकर उसकी पिटाई की गई और जब उसकी हालत गंभीर हुई तो उसे 6 तारीख को जेल भेज दिया गया. और फिर जेल से 2 घंटे बाद रिम्स में शिफ्ट कर दिया गया. जबकि MMCH से महफूज को डॉक्टर ने 4 मार्च को रिम्स रेफर किया था. लेकिन पुलिस ने उसका इलाज न करा कर जेल भेजना बेहतर समझा.जिससे सवालों के घेरे में पुलिस ना आए.
महफ़ूज़ के शव पर बर्बरता के निशान
महफ़ूज़ के शव को देखने पर उसके साथ हुई घटना की गवाही दे रहे है. महफ़ूज़ के नाखून को उजाड़ लिया गया प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाला गया और आंख पर इतना जोर से मारा कि उसके आंख की रोशनी चली गई थी. इसका जुर्म इतना सा था की पुलिस वालों की हां में हां नहीं मिल रहा था पुलिस दबाव डाल रही थी की चोरी और लूट की घटना में शामिल होने की बात को स्वीकार कर लो यह बात नहीं स्वीकार ना महफ़ूज़ को भारी पडी पुलिस ने उसकी जिंदगी को ही खत्म कर दिया.रविवार शाम 7:00 बजे महफूज ने रिम्स में दम तोड़ दिया इसके बाद महफूज के परिजनों ने पुलिस पर सवाल खड़ा किया है.
पलामू SP पर भी गंभीर आरोप
मृतक महफूज के बड़े भाई ने बताया कि महफूज को 1 मार्च को नावा बाजार के दुकान से पुलिस लेकर गई थी.इसके बाद वह लोग थाने गए तो वहां इनकार कर दिया गया की पुलिस इन्हें थाना में लेकर नहीं आई है. जब सवाल पूछा तो कहा गया कि यहां से चले जाओ नहीं तो तुम्हें भी अंदर कर देंगे. महफूज के भाई ने पलामू एसपी पर भी गंभीर आरोप लगाया है जिसकी पूरी जांच सीबीआई से करने की मांग कर रहे हैं
पिता ने सीबीआई जांच की मांग की
जिस तरह से महफूज के साथ बर्बरता की हदें पार की गई है इस पर मृतक महफूज के पिता लड़खड़ाते जुबान के साथ सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि दोषी पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई हो और पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए.
पुलिस ने पांकी से दिखाई गिरफ्तारी
पुलिस ने अपने fir में लिखा के बालू माथ मुख्य सड़क के घाटी में कुछ अपराधियों की सूचना मिली थी जो लूट और डकैती की घटना को अंजाम दे सकते थे. इसमें टीम गठित किया गया और सब इंस्पेक्टर गोपाल कुमार राम,ASI सुनील सुभाष भोगरा और जवान शामिल थे. यहीं से लोडेड पिस्तौल के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
बाबूलाल मरांडी ने पिटाई का मामला शुक्रवार को सदन में उठाया
इसकी गिरफ्तारी और पिटाई मामला नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड विधानसभा में भी उठाया था और महफूज की बेहतर इलाज की सरकार से अपील की थी और निष्पक्ष जांच कर दोषियों कारवाई करने की मांग की थी.
इस पूरे मामले में रविवार को महफूज की मौत से पहले पलामू एसपी ने नावा बाजार के थानेदार को निलंबित किया है.
जिस तरह से महफूज की जान गई है वह तो आप वापस नहीं लौटेगी.लेकिन दोषि पुलिस अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई हो जिससे एक नजीर पेश हो सके. आखिर इस पूरी घटना में पलामू एसपी भी सवालों के घेरे में हैं.
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