रांची(RANCHI): बजट सत्र के तीसरे दिन विपक्षी नेता सरकार पर हमलावर दिखे. निर्दलीय विधायक अमित कुमार यादव ने सदन में कहा कि सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण में लिखा है कि हमारी सरकार जनता की सरकार है, लेकिन सच्चाई इससे कोषों दूर है. इन्हें यहां पर लिखना चाहिए था कि हमारी सरकार खुद का काम कर रही है. झारखंड में आवास योजना में लूट मची हुई है, गरीब को 1 से डेढ़ लाख रुपये मिलते हैं जिसमें आधा से अधिक कमीशन में खत्म हो जाता है. अंचल में जो CO होते हैं, वह कमीशन अधिकारी है. आवास योजना हो या बालू की गाड़ी, सब में सिर्फ पैसा वसूलने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड सरकार गरीबो का काम छोड़ अपना काम करने में लगी हुई है. स्वास्थ्यकर्मी सड़क पर है. छात्र सड़क पर हैं, आखिर सरकार किसके लिए काम कर रही है? राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की हालत बदहाल है. इस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.
“खतियान जोहार यात्रा नहीं विश्वासघात यात्रा करना चाहिए”
वहीं भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि सरकार को खतियान जोहार यात्रा नहीं विश्वासघात यात्रा करना चाहिए. 1932 खतियान के मामले को सरकार सिर्फ टाल मटोल कर रही है. सरकार ने झारखंड के बेरोजगार युवाओं को हर साल पांच लाख रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन सरकार एक भी रोजगार नहीं दे सकी. नौकरी नहीं देने के बदले बेरोजगारी भत्ते की बात थी. यह सब जुमला बन कर रह गया है. उन्होंने कहा कि सरकार खुद को आदिवासी की हितैषी बताती है, लेकिन यह सरकार आदिवासी की सबसे बड़ी बदहाली का कारण है. आदिवासी की जमीन लूट रही है, वे बेघर हो रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला है.
“बलात्कार, दंगा और विधि-व्यवस्था बदहाली में झारखंड सबसे ऊपर”
उन्होंने आगे कहा कि देश में बलात्कार, दंगा और विधि-व्यवस्था बदहाली में झारखंड सबसे ऊपर है. राज्य में 100 से अधिक दंगे हुए हैं, हर दिन बेटी के साथ बलात्कर की घटना घट रही है. अपराधी बेलगाम हो गए हैं. हाल में ही कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने सरकार की पोल खोल दी. उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी और अपराधियों की सेटिंग है. इसका पैसा ऊपर तक जाता है, वह ऊपर कौन बैठा है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन, रांची
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