रांची(RANCHI): सरायकेला खरसावा में शहीद स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुँच कर आदिवासियों की शहादत को याद किया. शहीद स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि दी. सीएम हेमंत सोरेन ने इस शहीद स्थल को आदिवासियों के लिए प्रेरणा स्थल बताया है. इस दौरान सीएम ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला है. सीएम ने सीधे भाजपा को आदिवासियों की विरोधी करार दिया है. सीएम हेमंत सोरेन ने इस दौरान अपने सम्बोधन में कहा कि देश में सबसे पिछड़ा और गरीब आदिवासी है.केंद्र पर निशाना बनाते हुए कहा कि आदिवासी मंत्रालय बना दिया गया मंत्री भी आदिवासी बने लेकिन आदिवासी के हित में कोई काम नहीं हुआ है. 2000 में हमें अलग राज्य मिल गया लेकिन 2019 तक राज्य के आदिवासी आंदोलन करते रहे. हर दिन CNT SPT और अन्य मामलों को लेकर सड़क पर दिख रहे थे.विभिन्न माध्यमों से आदिवासियों पर प्रहार करने का काम किया है. आदिवासी को तो लोग आदिवासी मानते ही नहीं है हमें वनवासी बोलते है.
कई लोग आदिवासी खुद को बोलते है और मुंडा,बोदरा और मरांडी भाजपा में बैठे है. लेकिन भाजपा के गोदी में बैठ कर आदिवासी के हित की बात नही कर सकते है. यह बात वही बोलेंगे जो उनके आका उन्हे आदेश देंगे. आदिवासियों के हित के लिए शुरू से झारखंड मुक्ति मोर्चा आंदोलन का रहा है.हक और अधिकार के लिए आंदोलन रुकने वाला नहीं है.
आदिवासियों पर विभिन्न तरीके से प्रहार कर तोड़ने की कोशिश की गई.पत्थलगड़ी में जिस तरह से लोगों पर गोली चलाई गई. सभी पर केस कर दिया गया.हमारी सरकार जब बनी तो सभी के ऊपर से केस को वापस लिया गया. जनता ने आशीर्वाद देकर अपने बेटे को इस कुर्सी पर बैठाया है तो उनके लिए किसी हद तक जा सकते है.जब भी जरूरत पड़ेगी तो झामुमो आंदोलन से पीछे नहीं हटेगी.
आंदोलन के जरिए ही अलग राज्य मिला है,ऐसा कभी नहीं हुआ था की किसी ने शहीद दिवस पर शहीद स्थल पर मेला का आयोजन कर उन्हे याद किया जाता हो. यह सरकार आपकी चुनी हुई सरकार है. आपके हक अधिकारी के लिए हमेशा खड़ा रहेंगे. सीएम ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 20 वर्ष तक झारखंड को लूटने का काम किया अब देश को लूटने में लगे है. जब राज्य अलग हुआ तो राज्य के पास अधिक पैसा था. लेकिन भाजपा ने झारखंड को खोखला कर दिया नतीजा यह है की सरकार घाटे में चल रही है.लूटने के साथ साथ झारखंड को कमजोर करने का भी काम किया है.लूटा भाजपा के लोगों ने और आरोप हमारी सरकार पर लगाते है.
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