धनबाद(DHANBAD): धनबाद ज़िले के तोपचांची से लेकर गोविंदपुर तक जीटी रोड पर रिकवरी एजेंटों के नाम पर गुंडागर्दी का तांडव मचा हुआ है. कब किसकी गाड़ी रोककर गुंडई करने वाले, किस्ती फ़ैल बता दें, यह कहना मुश्किल है. कभी भी कोई उनके फेर में फंस सकता है. अभी हाल ही में गिरिडीह जिले से 5 करोड रुपए की लूट हुई थी , जिसमें गोविंदपुर और बरही के रिकवरी एजेंटों की करतूत सामने आई थी. गिरिडीह पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए 3 करोड़ से अधिक नकदी की बरामदगी भी कर ली थी. बावजूद यह गुंडई जीटी रोड पर खत्म नहीं हो रहा है.
गुरुवार को फिर हुई गुंडा गर्दी
गुरुवार को दिन -दोपहर जीटी रोड पर डराने -धमकाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि इसकी पुष्टि The Newspost नहीं करता है . लेकिन वायरल वीडियो में दिख रहा है कि गुरुवार की दोपहर में गोविंदपुर और बरवाअड्डा के बीच कुछ युवक एक कार से पहुंचे और एक ट्रक को जबरन रोकवाया. ट्रक के ड्राइवर को नीचे उतार दिया गया और कहा गया कि गाड़ी का किस्ती फेल हो चुकी है. गाड़ी जब्त कर लेंगे, उसके बाद ड्राइवर कहता रहा कि उसकी गाड़ी की कोई किस्ती फैल नहीं है. इसी बीच कोई आकर वीडियो बनाने लगता है.
वीडियो बनाते देख सरगना भाग निकला
वीडियो बनाते देख एक आदमी गाड़ी लेकर खिसक जाता है. वहीं अन्य चेहरा छुपाते दिख रहे है. उसके बाद यह बात इलाके में फैली, फिर स्थानीय लोग भी पहुंचे और ड्राइवर का पक्ष लेकर गुंडई करने वालों को ललकारा. तब जाकर वह भागे. सवाल यह है कि दिनदहाड़े जीटी रोड पर इस तरह गुंडई करने की छूट आखिर क्यों मिली हुई है. रिकवरी एजेंट के नाम पर रंगदारी वसूलने का काम अगर तुरंत नहीं रोका गया तो समस्या बड़ी हो सकती है. 5 करोड़ की लूट में भी इसी तरीके का इस्तेमाल किया गया था. लूटने वालों ने कुछ दिन पहले ही उस गाड़ी को भी जब्त किया था और उसमें अपना भी एक जीपीएस लगा दिया था. यही जीपीएस लुटेरों के लिए काल बनी और वह पकड़ में आ गए.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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