टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-नवरात्र में पूजा-पाठ के दौरान प्याज की खपत न के बराबर थी. तामसिक भोजन को इस दौरान लोग दूरी बनाए रखते हैं. लेकिन, जैसे ही दुर्गा पूजा खत्म हुआ, प्याज को लेकर मारामारी शुरु हो गई. मांग की अपेक्षा आपूर्ति कम होने के चलते इसके रेट में जबरदस्त इजाफा देने को मिल रहा है . हालात तो ये हो गये है कि जो प्याज 25 से 30 रुपए के भाव का था, आज खुदरा बाजार में उसकी कीमत 60 से 65 रुपए तक हो गई है. होटल-रेस्टोरेंट में भी प्याज के कम इस्तेमाल देखा जा रहा है, किचन में भी गृहिणियां सोच-समझकर ही सब्जी में प्याज डाल रही है. कच्चा प्याज तो लोग खाना भी बंद कर चुके हैं. प्याज को कम इस्तेमल कर रेइसकी कटौती तक देखने को मिल रही है.
अभी और महंगा होगा प्याज
नवरात्र के समय थोक मंडी में प्याज की कीमत 20 से 25 रुपये किलो थी, जो अब 45 से 50 रुपये किलो हो गई है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि प्याज की कीमत नवंबर महीने के अंत तक थोक बाजार में 60-70 रुपये किलो तक जा सकती है. वही, खुदरा बाजार में प्याज 80-90 रुपये किलो तक बिक सकता है. हालांकि, सब्जी विक्रेताओं की माने तो एक महीने बाद बाजार में नई प्याज के आने के बाद कीमतों में कमी आयेगी, लिहाजा, अभी ऐसी ही प्याज के भाव चढ़े रहेंगे. हालांकि, थोक मंडी में देश की राजधानी दिल्ली और पड़ोसी राज्य पटना की तुलना में रांची में प्याज की कीमत 5 रुपये कम है. दिल्ली और पटना की थोक मंडी में प्याज लगभग 50-55 रुपये किलो बिक रही है. जबकि, शुक्रवार को रांची के थोक बाजार में प्याज 43-50 रुपये किलो पर खोला गया
रांची में भी बढ़े प्याज के दाम
राजधानी रांची में भी प्याज के दामों में बढ़ोत्तरी देखी गई. रांची में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान से प्याज का आयात किया जाता है. लेकिन, डिमांड की तुलना में स्पालाई कम है. इसके चलते लोग महंगा प्याज खरीदने को मजबूर है. वैसे सबसे अधिक प्याज महाराष्ट्र से आती है. लेकिन, असमय बारिश के चलते प्याज की फसल खराबई हो गई है. अब नवंबर महीने के आखिर में राजास्थान से नई प्याज आने पर प्याज की कीमत में कमी आएगी.
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