दुमका(DUMKA): 60:40 नियोजन नीति का विरोध और खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति की मांग को लेकर झारखंड में छात्र संगठनों की ओर से 48 घंटे के चक्का जाम की घोषणा की गई थी. घोषणा के अनुरूप चक्का जाम के पहले दिन यानी शनिवार को इसका व्यापक असर दुमका में रहा है. टोलियों में बंट कर छात्र फूलो झानो चौक सहित चौक चौराहे को बंद रखा.
बंद का व्यापक असर दुमका में देखने को मिला
शनिवार की रात भी छात्र सड़कों पर डटे रहे. बंदी का असर शहर की दुकानों पर भी पड़ा. बंद समर्थक शहर में घूम-घूमकर दुकानें बंद कराते नजर आए शनिवार की शाम टीन बाजार चौक स्थित मछली मार्किट बंद कराने पहुचे छात्रों को दुकानदारों के विरोध का सामना भी करना पड़ा.
पहले दिन बैक फुट पर जिला प्रशासन रहा
पहले दिन बैक फुट पर रहा जिला प्रशासन दूसरे दिन अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए फ्रंट फुट पर रहना चाहती है. तभी तो रविवार की सुबह पुलिस लाइन मैदान में एसडीओ कौशल कुमार और एसडीपीओ मो. नूर मुस्तफा अंसारी द्वारा संयुक्त रूप से ब्रीफिंग किया गया. बंदी से निपटने के लिए तैनात सुरक्षाकर्मी और प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया
बंद के दौरान जिला प्रशासन ने कसी कमर
जानकारी देते हुए एसडीओ कौशल कुमार ने कहा कि जिले की विधि व्यवस्था भंग ना हो इस बाबत निर्देश दिए गए है. उन्होंने कहा कि किसी भी मुद्दे पर विरोध करना छात्रों का हक है लेकिन विरोध की आड़ में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने पर बंद समर्थकों को हिरासत में लिया जाएगा.
बंद का असर व्यापक लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन
दो दिवसीय बंदी के पहले दिन बंद शांतिपूर्ण मगर असरदार रहा. दूसरे दिन जिस तरह प्रसासन ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है उसे देखते हुए बंद समर्थक और प्रसासन के बीच टकराव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
रिपोर्ट:पंचम झा
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