रांची (RANCHI) : बजट सत्र के पहले दिन ही सदन पहुंचे विपक्ष विधायकों ने सरकार को जमकर घेरा. इसी कड़ी में भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि कल से सरकार को समझ में आएगा. झारखंड के कई जवलंत मुद्दे हैं, जिसपर सरकार को आइना दिखाने का काम किया जाएगा. हालांकि सरकार को आइना उनके ही विधायक अम्बा प्रसाद ने दिखाने का काम किया है. वहीं आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि झारखंड में विधि व्यवस्था चौपट है. झारखंड में गुंडा राज चल रहा है. दो दिन पूर्व सत्तारूढ़ दल की विधायक अम्बा प्रसाद के प्रतिनिधि पर अपराधियों ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया. झारखंड में कोई सुरक्षित नहीं है. जबकि इस मुद्दे पर खुद विधायक अम्बा प्रसाद ने कहा कि अपराधी बेखौफ होकर किसी भी दिन किसी को भी नौत के घाट उतार देते हैं. कहा कि जब अपराधी उनके प्रतिनिधि को दर्जनों गोली मार सकते हैं तो उनके सामने आम जनता क्या है. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि राज्य की जनता असुरक्षित है. हालांकि विधायक ने कहा कि उम्मीद है कि सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर है लेकिन इस घटना में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है.
सत्र से पहले अधिकारियों को निर्देश
रविवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि सदस्यों के सवालों का जवाब पूरी तैयारी करके दिया जाना चाहिए. सदन में जनता से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल उठाए जाने चाहिए. सत्तापक्ष ने तय किया है कि विपक्ष के हर सवाल का जवाब मजबूती से दिया जाएगा. सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सदन की कार्यवाही के दौरान संबंधित अधिकारी अपने दीर्घा में निश्चित रूप से मौजूद रहें. सवालों का जवाब स्पष्ट और पूर्ण होने चाहिए. विधानसभा सचिवालय में भी स्पीकर की तरफ से आवश्यक निर्देश दिए गए हैं.बजट सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं. विपक्ष नियोजन नीति, स्थानीय नीति, विधि व्यवस्था जैसे मुद्दे को लेकर सरकार को गिरने का प्रयास करेगा. भाजपा विधायकों के तेवर से यह लगता है कि अधिक से अधिक विधायक अपने अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखें. सभी को सदन में बोलने का मौका मिले,यह तय किया गया है. 3 मार्च को झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव सदन में वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश करेंगे. 2 मार्च को आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा.
रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची
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