धनबाद(DHANBAD) : क्या आपके घर में प्याज और लहसुन की मात्रा उतनी ही आ रही है, जितना पहले आती थी. या कम हो गई है. क्या लहसुन, प्याज खरीदने को आपका पॉकेट अनुमति दे रहा है. बाजार जाते ही लोग माथे पर हाथ क्यों रख ले रहे है. बता दें कि मूल्य घटने का नाम नहीं ले रही है. प्याज की कीमत पिछले एक महीने से 55 से ₹60 प्रति किलो है, जबकि खुले बाजार में लहसुन 350 से ₹400 किलो बिक रहा है. दिसंबर महीने तक लहसुन की कीमत में कोई गिरावट की संभावना नहीं दिख रही है. नई फसल आने के बाद ही लहसुन की कीमत घट सकती है. कारोबारी की माने तो मानसून के कारण प्याज की नई फसल खेत में ही खराब हो गई है. नासिक मंडी और अन्य जगहों पर जो पुराना स्टॉक है, वही बाजार में पहुंच रहा है.
कुछ लोकल जगह पर हजारीबाग का भी प्याज धनबाद आ रहा है. नासिक में प्याज की कीमत ₹38 प्रति किलो है. इसके बाद ₹5 प्रति बैग ट्रांसपोर्टिंग खर्च पड़ रहा है. धनबाद मंडी तक पहुंचने पर प्याज 42 से 43 रुपए प्रति किलो हो जाता है. होलसेल मंडी में प्याज 45 से ₹46 प्रति किलो बिक रहा है. जबकि, रिटेल बाजार में इसकी कीमत 55 से ₹60 प्रति किलो है. होलसेल बाजार में लहसुन 200 से 250 रुपए किलो बिक रहा है. जबकि रिटेल बाजार में इसकी कीमत 350 से ₹400 प्रति किलो हो गई है. आलू की कीमत का भी वही हाल है. लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि आलू की नई फसल आने के बाद कुछ राहत मिल सकती है. हरी सब्जियो का भी हाल बेहाल है.
हरी सब्जियां अब लोगों की थाली से दूर हो रही है. एक समय था जब राशन की दुकानों में चीनी, गेहूं, चावल, मिट्टी का तेल मिला करता था. लेकिन प्याज ने फिर से एक बार उस जमाने को याद दिला दिया है. सरकारी दर पर प्याज की बिक्री शुरू हुई है. यह बिक्री 2 किलो के पैकेट में₹35 प्रति किलो के हिसाब से हो रही है. खरीदार लाइन में लग रहे है. एक को केवल एक पैकेट ही मिल रहा है. यह बिक्री धनबाद में बुधवार से शुरू हुई है. महिलाएं पूछ रही है कि आखिर उनके किचन का बजट बिगड़ने में प्रकृति का हाथ है या सरकार का.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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