रांची(RANCHI): नवरात्र में हेमंत सरकार ने झारखंड के गरीबों एक सौगात दिया है.यह सौगात मिलने के बाद सभी गरीबों के चेहरे पर मुस्कान आगई है. हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री बनने से पहले चुनाव के वक्त लोगों को वादा किया था की तीन कमरों का मकान देंगे. इस वादे पर आज यानी बुधवार को कैबिनेट की मीटिंग में मुहर लग गई है. गरीबों का आशियाना अब छोटा सा नहीं होगा. तीन कमरे होंगे जिसमें सम्मान के साथ मां बाप बेटा बहु अपनी ज़िंदगी बीता सकेंगे.हेमंत सरकार के इस फैसले की हर ओर तारीफ हो रही है.
अबुवा आवास योजना के तहत मिलेंगे बनेगे घर
अब तक झारखंड में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को पक्का घर मिलता था. लेकिन इस योजना से हट कर सरकार ने अबुवा आवास योजना लाया है. इस योजना के तहत झारखंड के गरीब असहाय लोगों को दो लाख रुपये की राशि हेमंत सरकार देगी.जिससे तीन कमरों का मकान बन पाएगा.इस तीन कमरे के मकान का जिक्र सीएम अपने कई चुनावी भाषणों में किया था. उसके बाद से हर लोगों की निगाहे टिकी थी आखिर सरकार कब यह सौगात देगी.तीन कमरों के मकान पर विपक्ष सवाल खड़ा कर रहा था.
हेमंत है तो हिम्मत है
लेकिन विपक्ष के तमाम सवालों पर हेमंत सोरेन विराम लगते दिख रहे है.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कुछ दिन पहले ही जिक्र किया था की मोदी सरकार राज्य के लोगों को अधिकार नहीं दे रही है. करीब आठ लाख प्रधानमंत्री आवास के आवेदन को रोक कर रखा है.लेकिन उन्होंने दावा किया था की केंद्र सरकार के बिना सहयोग के वह राज्य के गरीब अल्पसंख्यक आदिवासी को तीन कमरों का मकान देंगे. अब कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया.जाहिर है की सभी लोगों में खुशी का माहौल है.इसके साथ ही झामुमो ने फिर दोहराया हेमंत है तो हिम्मत है.
प्रथम चरण वित्तीय वर्ष 2023-24 में 02 लाख, 2024-25 में 03 लाख 50 हजार एवं 2025-26 में 02 लाख 50 हजार पक्का आवास का निर्माण किया जाएगा. 16 हजार 320 करोड़ रुपए की लागत से तीन चरणों में आवास का निर्माण होगा.
ऐसा होगा अबुआ आवास
अबुआ आवास योजना के अंतर्गत तीन कमरों का पक्का मकान एवं रसोई घर बनाया जाएगा, जिसका क्षेत्रफल 31 वर्गमीटर होगा. योजना अंतर्गत तीन कमरों सहित स्वच्छ रसोई घर का प्रावधान किया गया है. योग्य लाभुकों के लिए योजना के तहत आवास निर्माण के लिए सहयोग राशि बढ़ाकर दो लाख रुपए करने का प्रावधान हुआ है. साथ ही, लाभार्थी को मनरेगा अंतर्गत अपने आवास के निर्माण के लिए वर्तमान मजदूरी(समय समय पर संशोधित) दर पर अधिकतम 95 अकुशल मानव दिवस के समतुल्य आवास योजना अंतर्गत आवास निर्माण हेतु प्राप्त होगा.
इनको मिलेगा लाभ
योजना का लाभ कच्चे घरों में रहने वाले परिवार, आवासविहीन और निराश्रित परिवार, विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह ( PVTG) के परिवार, प्राकृतिक आपदा के शिकार परिवार कानूनी तौर पर रिहा किये गये बंधुआ मजदूर और वैसे परिवार, जिन्हें राज्य सरकार केन्द्र सरकार द्वारा संचालित आवास योजना यथा प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण,बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर आवास योजना,बिरसा आवास योजना, इंदिरा आवास योजना आवास का लाभ नहीं दिया गया हो उन्हें मिलेगा. मापदंड के अनुसार लाभार्थी की स्थायी प्रतीक्षा सूची ग्राम सभा में तैयार की जाएगी.
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