सत्ता का दुलारा विशाल के आवास से जब्त 100 gb खोलेगा राज: अब नौकरशाहों और राजनेताओं पर शामत गिरना तय

रांची(RANCHI): पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के द्वारा राजीव अरुण एक्का का कथित वीडियो क्लिप जारी करने के बाद अब ईडी भी रेस हो गयी है, ईडी ने पिछले साल विशाल चौधरी के आवास से उसके मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रोनिक डिवाइस से जब्त करीबन 100 जीबी डाटा को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने का निर्णय लिया है.
यहां हम बता दें कि बाबूलाल मरांडी के दावे अनुसार सीएम के पूर्व प्रधान सचिव राजीव एक्का राज्य के नौकरशाहों और राजनेताओं से नजदीकी संबंध रखने और सत्ता के गलियारे में एक दलाल की पहचान बन चुके विशाल चौधरी के निजी कार्यालय में बैठकर विभागीय फाइलों पर हस्ताक्षर कर रहे थें.
सत्ता के गलियारों में तेज हुई खलबली
बाबूलाल के द्वारा इसका वीडियो क्लिप भी ईडी को सौंपा गया था, जिसके बाद ईडी एक बार फिर से सक्रिय हो गयी और उसके द्वारा पूर्व में जब्त 100 जीबी डाटा को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने का निर्णय लिया गया. यह जानकारी सामने आने के बाद सत्ता के गलियारों में एक बार फिर से खलबली मच गयी है, आशंका जतायी जा रही है कि इसके जद में कई राजनेता और नौकरशाह आ सकते हैं.
विशाल चौधरी पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई राजनेताओं से संपर्क का आरोप
क्योंकि यह आम रुप से माना जाता है कि विशाल चौधरी का सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई राजनेताओं से करीबी रिश्ते थें, जांच के बाद ईडी का हाथ इनकी ओर भी बढ़ सकता है, जांच का दायरा बढ़ने पर कई राजनेता और नौकरशाह सलाखों के अन्दर जा सकते हैं.
डीएसपी यज्ञनारायण तिवारी से 13 मार्च को होगी पूछताछ
इस बीच ईडी ने साहिबगंज के पूर्व डीएसपी यज्ञनारायण तिवारी को पूछताछ के लिए 13 मार्च को बुलाया है, दावा किया जा रहा है कि यज्ञनारायण तिवारी ने पंकज मिश्रा की हिरासत के दौरान रिम्स जाकर उनसे मुलाकात की थी. साथ ही ईडी की टीम ने 14 फरवरी को भारत वार्ता के एडिटर रविंद्र नाथ तिवारी को भी बुलाया है, इन पर भी हिरासत की अवधि में पंकज मिश्रा से मुलाकात करने का आरोप है.
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