धनबाद(DHANBAD): आपका नंबर लकी कूपन के लिए चुन लिया गया है. कंपनी ट्रेवल्स टूर, विदेश यात्रा, हॉस्पिटैलिटी सुविधा दिलाने का काम करती है. इसके लिए कंपनी के तीन पैकेज हैं.पहले आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा. पहला पैकेज 55000 का, दूसरा एक लाख का ,तीसरा डेढ़ लाख का. कंपनी का सदस्य बनकर पहले पैकेज में रजिस्ट्रेशन कराने पर 17 दिन के टूर का मौका मिलेगा. इसके अलावा पूरे भारत में यात्रा के दौरान हवाई व ट्रेन के टिकट, 3 स्टार, फॉर स्टार होटल में रुकने के कुल खर्च पर 40% छूट कंपनी दिलवाती है. इसके अलावा किसी मॉल या दुकान में ब्रांडेड कपड़े की खरीदारी पर भी 40% छूट दिलाती है. इसके अलावा भी कई तरह के प्रलोभन दिए जा रहे थे. यह सब हो रहा था थाना के ठीक सामने के होटल में ठहरकर.
ठगी करने वाले बंगाल के रहने वाले बताए जाते हैं
धनबाद की बरवाअड्डा पुलिस ने ऐसा करने वाले 12 लोगों को हिरासत में लिया है. इनमें चार युवती और आठ युवक शामिल है. हिरासत में लिए गए गैंग के लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस ने ठगी के शिकार लोगों की शिकायत पर सनहा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. ठगी करने वाले बंगाल के रहने वाले बताए जाते हैं. पकड़े गए लड़के, लड़कियों का कहना है कि वह कंपनी के सर्वे सर्वा हैं. यह सब काम बरवाअड्डा थाना के ठीक सामने के होटल में ठहरकर किया जा रहा था. गिरोह के लोग साथी राना अंदाज में लोगों को बुलाते थे. फिर उनके ब्रेन वास करते थे. घंटी बैठाकर उनके ब्रेन वास किए जाते थे. विदेश यात्रा तक का प्रलोभन दिया जाता था. उसके बाद कंपनी का सदस्य बनाकर उनसे ठगी की जाती थी.
पुलिस गंभीरता से कर रही जांच
जानकारी के अनुसार कंपनी के युवक युवतियों के कॉल पर कई लोग बरवाअड्डा के होटल में पहुंचे. एक व्यक्ति जो भाजपा से जुड़ा हुआ है, 55000 देकर रजिस्ट्रेशन कराया. इसके बाद कंपनी के संबंध में पूरी जानकारी जुटाने शुरू की, तो उसे पता चला कि कोई ऐसी कंपनी नहीं है, जो इस तरह छूट दिला सके. ठगी का एहसास होने पर वह पैसा मांगने पहुंचे तो युवक ,युवती भड़क गए.आरोप तो यह भी है कि एक युवती आरोप लगाने लगी कि मेरे कपड़े क्यों फाड़े, तुम चुपचाप चले जाओ, नहीं तो तुम पर छेड़खानी का कैसे करूंगी. इसके बाद पुलिस से शिकायत की गई. पुलिस जब सक्रिय हुई तो इसका भांडा फूटा. पुलिस सूत्रों के अनुसार यह लोग दर्जनों मोबाइल नंबरों से कॉल करते थे. इनके चक्कर में पड़कर कई लोग ठगी के शिकार हो गए. कुछ लोगों से 30000, किसी से 55000 तो किसी से ₹5000 ठगे गए. हालांकि पुलिस इस मामले को गंभीरता से जांच कर रही है. पुलिस ने जब कंपनी के खाते की जांच पड़ताल की तो कई लोगों से लेनदेन की बात सामने आई. इसके बाद पुलिस ने कंपनी के खाते को फ्रीज करने के लिए आवेदन दिया है .कंपनी का खाता पुणे शाखा का बताया जाता है.
ग्रामीण इलाके ठगों के टारगेट लिस्ट में
वहीं, पुलिस इस मामले को अन्य विभागों के पास भेज कर जांच का अनुरोध किया है. पुलिस का कहना है की बड़े अधिकारियों को घटना की सूचना दे दी गई है. अधिकारियों के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. जो भी हो लेकिन ठगी करने वाले कितने चालाक हैं कि थाना के ठीक सामने की ठहरकर ठगी का काम करते है. जिसे लोगों को कोई संदेह भी नहीं हो. सवाल यह नहीं है कि ठगी की जा रही है, सवाल यह है कि ठगी गिरोह के सदस्य ग्रामीण इलाकों को चुन रहे हैं. चाहे साइबर अपराधियों द्वारा खाता खुलवाने का मामला हो या फिर ठगी का अन्य तरीकों का. फिलहाल ग्रामीण इलाके ठगों के टारगेट लिस्ट में है.
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