धनबाद(DHANBAD): बैंक मोड़ पुलिस के दावे पर भरोसा करे तो कोयला कारोबारी पप्पू मंडल के घर पर फायरिंग में शामिल अपराधी पकड़ में आ गए है. साथ ही दुमका जेल फायरिंग कांड में भी वह अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है. इधर, रंगदारी के लिए फायरिंग की लगातार घटनाओं से अजीज बैंक मोड़ पुलिस ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है और इसी का परिणाम है कि कुंदन धिक्कार नामक कुख्यात अपराधी को पुलिस ने धर दबोचा है. यह अपराधी 14 कांडों में वांछित था. धनबाद के अन्य फायरिंग की घटनाओ में भी शामिल रहा है.
स्वीकारोक्ति -दुमका जेल फायरिंग में भी था शामिल
साथ ही स्वीकार किया है कि दुमका जेल फायरिंग कांड में भी वह शामिल था. पुलिस ने इसकी निशानदेही पर अनुज कुमार सिंह को भी गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को बैंक मोड़ के थाना प्रभारी डॉ पी के सिंह ने पीसी कर बताया कि कुंदन धिक्कार वह अपराधी है, जो 4 दिसंबर की सुबह कोयला कारोबारी पप्पू मंडल के घर पर फायरिंग में शामिल था. फायरिंग में प्रयुक्त मोटरसाइकिल कतरास से लूटी गई थी. मोटरसाइकिल लूटने के बाद अपराधी बोकारो चले गए और वहां अपने आका को रिपोर्ट किया. उनका गैंग लीडर बोकारो में ही उस समय बैठा था. गैंग लीडर के कहने पर अपराधियों ने 4 दिसंबर की सुबह पप्पू मंडल के घर पर फायरिंग की. पुलिस की माने तो संजोग से ही पप्पू मंडल बच गया, क्योंकि पप्पू मंडल बाहर निकलने ही वाला था कि फायरिंग की आवाज सुनकर वह पीछे लौट गया.
पुलिस का दावा-अंडरपास के पास से दौड़ा कर पकड़ा गया
बैंक मोड़ पुलिस का दावा है कि अंडरपास से कुंदन धिक्कार को उस समय पकड़ा गया, जब वह अपने साथियों के साथ किसी दूसरी घटना को अंजाम देने की फिराक में था. उसके पास से लोडेड पिस्टल भी बरामद किया गया है. किया शोरूम में बम बाजी कांड में भी वह शामिल था. उसके खिलाफ 14 मुकदमों की सूची पुलिस के पास है और वह लगातार फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहा था. बता दें कि धनबाद में अपराधियों ने पुलिस की चूलें हिला कर रख दी है. पुलिस एक घटना का खुलासा करती नहीं कि क्रिमिनल दूसरी घटना को अंजाम दे देते. लोगों को धमकाने के लिए फायरिंग करते हैं और फिर रंगदारी की मांग करते है. लगातार हो रही घटनाओं से धनबाद पुलिस की काफी किरकिरी हो रही है और कारोबारी, सामान्य लोग, डॉक्टर सभी दहशत में जी रहे है.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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