झारखण्ड के बैंकों में बरसेंगे नोट, जानिए कोयला कर्मियो को कितना मिल सकता है बोनस


धनबाद (DHANBAD): कोल इंडिया प्रदत्त बोनस की सबसे बड़ी राशि झारखंड के बैंकों में आएगी. यह हम नहीं कह रहे बल्कि आंकड़े बता रहे हैं. झारखंड में बीसीसीएल, सीसीएल, सीएमपीडीआई एल, ईसीएल की कोयला खदानें हैं. ईसीएल के तीन बड़े एरिया राजमहल, मुगमा और चित्रा झारखंड में है. बता दें कि कोल इंडिया और इसकी अनुषंगी कंपनियों में दुर्गा पूजा पर प्रॉफिट लिंक्ड रिवार्ड के रूप में बोनस दिया जाता है और इस बोनस राशि के लिए कोयला कर्मियों में भारी उत्सुकता रहती है. सेंट्रल ट्रेड यूनियन के नेता भी अधिक से अधिक बोनस की राशि फिक्स कराने के लिए सक्रिय रहते हैं क्योंकि उन्हें अधिक राशि दिलवाने की क्रेडिट मिलती है. इसका असर यूनियन के मेम्बरशिप पर पड़ता है.
28 सितंबर को हो सकती है बोनस की घोषणा
आप को बता दें कि 28 सितंबर को बोनस की घोषणा हो सकती है. बोनस भुगतान के पूर्व के आकड़े को देखें तो पिछले एक दशक में हर साल बोनस मद में औसतन 5227 रुपए की वृद्धि दर्ज की गई है. पिछले साल कोयलाकर्मियों को 72,500 रुपए बोनस मिला था. औसत देखें तो इस बार 78 हजार की उम्मीद की जा सकती है. बोनस मद में कोयला कंपनियों में डेढ़ हजार करोड़ तक भुगतान किया जाता है. सेवानिवृत्ति के कारण कर्मियों की संख्या घटती है लेकिन बोनस की राशि में वृद्धि के कारण आंकड़ा 1400 से 1500 करोड़ के बीच रहता है. कोल इंडिया में बोनस में सबसे ज्यादा वृद्धि 2013 एवं 2014 में 8500 रुपए की हुई थी. वहीं सबसे कम वृद्धि 2016 में मात्र तीन हजार रुपए की गई थी.
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