टीएनपी डेस्क (Tnp Desk):-शराब घोटाले की जांच में रफ्तार जिस तरह पकड़ी है और शिकंजा जिस तरह कसा जा रहा है. इससे लगता है कि आने वाले वक्त में कई बड़ी मछलियां ईडी के जांच के जाल में फंसेगी. शाराब कारोबारी योगेन्द्र तिवारी पर तो लगाम अहिस्ते-अहिस्ते कसी ही जा रही है. दरअसल, तिवारी बंधुओं से पूछताछ के बाद ईडी इस शराब के घोटाले के तह में जाकर उन किरदारों को भी तलाश रही है. जिसने इस घटाले में मुंह मार कर दौलत इकट्ठा की.
योगेन्द्र तिवारी से घंटों पूछताछ
ईडी ने 5 सिंतबर को जामताड़ा के शराब कारोबारी योगेन्द्र तिवारी से घंटों पूछताछ की . उनसे रात दस बजे तक पूछाताछ कर उस सिडिंकेट को खंगालने में लगी रही, जो इस घाटोले में शामिल औऱ राजदार हैं. हालांकि, अभी कितने मुखौटे और साझीदार है और कौन-कौन से लोग इसमे दूर और नजदीक से शामिल हैं. इसकी तफ्तीश तह तक ईडी कर रही है. वैसे जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक यह जानकारी मिली है कि योगेन्द्र तिवारी के राजदार और पार्टनर कई राजनीतिक दलों के नेता भी हैं. ईडी को यह भी मालूम प़ड़ा है कि झारखंड में जो नई शराब नीति लागू हुई, उसकी पॉलिसी को बदलने में कई अफसरों औऱ सियासतदानों ने खेल किया.
घोटाले की कड़ियों को जोड़ रही ईडी
अभी तक ईडी को जो सबूत,सच्चाई और जानकारियां मिली है. इसके आधार पर जांच एजेंसी उन सभी कड़ियों को जोड़ने की कवायाद में है. ताकि इस घोटाले के तह तक पहुंचकर इसकी हकीकत उजागार की जा सके. फिलहाल, अभी कई अधिकारियों और नेताओं की सांसे शराब घोटाले में फूली हुई है. उन्हें डर है कि कही ईडी उन्हें समन कर बुलावा न भेज दें. योगेन्द्र तिवारी औऱ अमरेन्द्र तिवारी दोनों भाई से ईडी की पूछताछ जारी है. हालांकि, ये तो तय है कि जिन-जिन लोगों के नाम तिवारी ब्रदर्स ने बताएं होंगे ईडी उन्हें बुलायेगी.
23 अगस्त को हुई थी छापेमारी
शराब घोटाले मामले में ईडी ने 23 अगस्त को जोरदार छापेमारी की थी. इसमे योगेन्द्र तिवारी, उनके भाई अमरेन्द्र तिवारी सहित उनके कई सहयोगियों के यहां छापे पड़े थे. शराब घोटाले मामले में ईडी ने हेमंत सरकार में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव के यहां भी छापेमारी की गई थी. ईडी रोहित ऊरांव को भी समन कर पूछताछ करने की तैयारी में है.
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