भाजपा नहीं अब तीसरा मोर्चा करेगी हेमंत सोरेन से मुकाबला, सूर्य सिंह बेसरा का हेमंत पर तंज, सलाहकारों ने डूबाया टाइटैनिक जहाज

नियोजन नीति, 1932 का खतियान और स्थानीय भाषा में संस्कृत- हिन्दी करने का विरोध करते हुए सूर्य सिंह बेसरा ने कहा है कि 1932 का खतियान सारे झारखंडियों की पहचान नहीं हो सकती, हर जिले का अंतिम सर्वे को स्थानीयता का आधार बनाना होगा, जबकि भाषा के सवाल के सूर्य सिंह बेसरा का मानना था कि हेमंत सोरेन को यह बताना चाहिए कि झारखंड के किस हिस्से में संस्कृत बोली जाती है

भाजपा नहीं  अब तीसरा मोर्चा करेगी हेमंत सोरेन से मुकाबला, सूर्य सिंह बेसरा का हेमंत पर तंज, सलाहकारों ने डूबाया टाइटैनिक जहाज