धनबाद(DHANBAD): जिले में हो रहे अतिक्रमण पर सांसद पशुपति नाथ सिंह ने कहा है कि झारखंड की हेमंत सरकार गरीबों के आवास, रोजगार और सपनों को ध्वस्त करने में लगी हुई है. इस सरकार को विकास से कोई मतलब नहीं है. अतिक्रमण हटाने के नाम पर धनबाद नगर निगम के आयुक्त गरीबों के रोजगार को छीन रहे है. ठंड के समय में अतिक्रमण के नाम पर गरीबों की रोजी रोटी छीनने का प्रयास सही नहीं है. नगर निगम के आयुक्त की अध्यक्षता में एक कमेटी बनी थी, जिसे जिम्मेवारी दी गई थी कि अनुपयोगी जमीन पर फुटपाथ दुकानदारों को बसाया जाए, आज तक इस कमेटी की एक बैठक तक नहीं हुई. यहां तक कि किसी भी फुटपाथ दुकानदार को एक-एक दुकान तक नहीं उपलब्ध कराई गई.
निगम नहीं दे रहा कोई राहत
सांसद ने कहा है कि नगर आयुक्त के नेतृत्व में धनबाद की जनता को निगम कोई राहत नहीं दे रहा है. क्षेत्राधिकार से आगे बढ़कर अतिक्रमण हटाने का काम किया जा रहा है. नगर आयुक्त पूरे धनबाद नगर निगम क्षेत्र में अभी तक दुपहिया वाहनों का स्टैंड तक तय नहीं कर पाए है. जाम लगने का असली वजह तो यही है, जबकि इसकी आड़ में गरीब दुकानदारों को उजाड़ा जा रहा है. जाम की समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं ढूंढा जा रहा है, लेकिन गरीबों के पेट पर लात मारा जा रहा है. जिला प्रशासन से आग्रह है कि जनता को राहत पहुंचाने के लिए तत्काल उचित कदम उठाया जाए, फुटपाथ दुकानदार को व्यवसाय करने के लिए उचित स्थान दिया जाए और शहर में कहीं भी जाम नहीं लगे, लोगों को जाम की समस्या न झेलना पड़े, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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