टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-इस दुनिया में सबसे बड़ा दर्जा अगर किसी को दिया जाता है , तो वह मां है. जिसके बिना संसार की कल्पना ही नहीं की जाती. कुदरत की सबसे बड़ी नेमत मां ही है. जो अपनी ममता की छांव में बच्चों को पालती है और उसकी देख-रेख में हमेशा लगी रहती है. मां क बारे में कितना भी बोला और लिखा जाए, तो वह कम ही है.
मां की ममता बिक गई
लेकिन, यहां एक कहानी ऐसी है, जो मां के खिलाफ सामने आई है. जिसकी ममता पैसों के खातिर बिक गई और बदनाम हो गयी . दरअसल, नवजात बच्ची की खरीद-फरोख्त में शामिल धनबाद के कतरास के रहने वाले दंपती समेत पांच को सदर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि, यह बच्ची एक महीने पहले पैदा हुई थी. जिसके बाद नर्सिंग होम में ही उसके माता-पिता ने 1.4 लाख में उसका सौदा किया और एक निसंतान दंपती को बेच दिया. एसपी के पास आए बच्ची के अपहरण से संबंधित फोन कॉल आने के बाद मामले का खुलासा हुआ.
बच्ची के सौदागर गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों में कतरास थाना क्षेत्र के पचगढ़ी आकाशकिनारी निवासी बीरेंद्र कुमार झा, उनकी पत्नी रंजना झा के साथ नवजात को रुपयों की खातिर बेचने वाली मां गिरिडीह सदर थाना क्षेत्र के सिहोडीह निवासी शंकर यादव की पत्नी गुड़िया देवी, पचंबा थाना क्षेत्र की रहने वाली दो सहिया गुड़िया कुमारी और चंद्रवती देवी शामिल हैं. बच्ची की खरीद-फरोख्त में शामिल रहने वाले एंबुलेंस चालक बोकारो निवासी दीपक कुमार उर्फ अमन आनंद के अलावा दलाल राजेश कुमार और राजेश बर्णवाल उर्फ गुड्डू पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
निसंतान दंपती के लिए सौदेबाजी
बच्ची को खरीदने वाले निसंतान दंपती थे. वह एक बच्चे को गोद लेने को लेकर कई लोगो के संपर्क में थे. इस संबंध में बताया जा रहा कि सिहोडीह की महिला गुड़िया देवी ने करीब एक महीने पहले एक बच्ची को नर्सिंग होम में जन्म दिया था. इसके बाद सहिया और एंबुलेंस चालक समेत दलालों ने मिलकर उससे बात की तो वह बच्ची को बेचने को तैयार हो गई. इसके बाद बच्ची का सौदा 1.4 लाख में हुआ. बच्ची की मांग एक लाख रुपया दिया गया. इसके बाद 40 हजार रुपए देने की बात कही गई. दरअसल, बकाया रुपया नहीं मिलने के बाद बच्ची को सहियाओं द्वारा रख लेने के आरोप लगाते हुए एसपी के यहां आवेदन किया गया था. इसके बाद ही पुलिस रेस हुई और परत दर परत सच्चाई सामने आ गयी. पांचों आरोपियो को पुलिस ने पकड़ लिया.
4+