रांची(RANCHI): अख्तर अंसारी को भीड़ ने तालिबानी फरमान सुना कर मौत के घाट उतार दिया. अख्तर पर बकरी चोरी का आरोप लगा कर भीड़ ने तुरंत फैसला सुनाया और पीटपीट कर मार डाला. मामले की जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. बावजूद पुलिस शनिवार को पीड़ित तक नहीं पहुँच सकी. इस मामले में परिजनों ने पुलिस पर भी बड़ा आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि पहले नामकुम थाना को सूचना दी थी. लेकिन रात बीतने के बाद थाना से बताया जाता है कि यह क्षेत्र उनका नहीं है. बाद में टाटी सिलवे थाना से फोन कर शव मिलने की बात कही गई.घटना के 24 घंटे बाद पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है.
मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार
मृतक अख्तर अंसारी के परिजनों ने टाटीसिलवे थाना में नामजद कई लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य अभियुक्त वेद व्यास महतो समेत अजित कुमार महतो को गिरफ्तार किया है. अन्य आरोपियों को चिन्हित कर कार्रवाई करने में जुटी है. पुलिस ने दावा किया है कि घटना में शामिल सभी आरोपियों को जल्द पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज देगी. बता दें कि शनिवार की रात अख्तर अंसारी को टाटीसिलवे थाना क्षेत्र में भीड़ ने बकरी चोरी का आरोप लगा कर मौत के घाट उतार दिया था. शनिवार की सुबह शव रिंग रोड में बरामद किया गया था. जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा फिर परिजनों को सौप दिया.
भीड़ से किसी ने मृतक के परिजन को किया फोन
इस मामले में मृतक अख्तर अंसारी के परिजनों ने बताया कि शनिवार की रात एक से दो बजे उन्हे फोन आया था. जिसमें मारो मारो की आवाज सुनाई दे रही थी. बाद में किसी ने कहा कि पैसा लेकर आओ और अपने आदमी को छुड़ा लो. फोन करने वाले ने बताया कि बकरी चोरी करने का आरोप उसपर लगाया गया है. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
पुलिस ने नहीं किया सहयोग
रात करीब दो बजे नामकुम थाना में फोन कर मामले की जानकारी दी गई. थाना से फोन करने वाले का नंबर लेकर कहा कि लोकेशन ट्रैस किया जा रहा है. रात कई बार बात हुई आखिर में सुबह चार बजे बताया गया कि यह क्षेत्र उनका नहीं है. घटना टाटीसिलवे थाना का है. लोकैशन को उस थाना में ट्रांसफर कर दिया गया. ऐसा ही रात भर चलता रहा और सुबह थाना से कॉल कर शव पहचान करने को फोन किया जाता है. परिजनों ने कहा कि अगर पुलिस मौके पर पहुंच जाती तो अख्तर की जान नहीं जाती.
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