मंगलकामना: सुहाग की रक्षा, समृद्धि की प्राप्ति और मां दुर्गा की विदाई के बीच मस्ती मूड में नजर आई दुमका की महिलाएं


दुमका (DUMKA): नवरात्र के बाद मां दुर्गा की विदाई का समय आ जाता है. आंखों में आंसू लिए सभी मां को विदा करते हैं, लेकिन ऐसा करने से पहले खासकर सुहागन महिलाएं, मां को सिंदूर लगाकर मंगलकामना करती हैं. हर सुहागन यही मनोकामना करती है कि उसके सुहाग पर आने वाला हर संकट मां टाल दें.
मस्ती मूड में नजर आई दुमका की महिलाएं
मां दुर्गा की विदाई के पहले महिलाएं खासतौर पर सिंदूर खेला का आयोजन करती हैं. हर तरफ उड़ता सिंदूर माहौल को और भक्तिमय बना देता है. वहीं, महिलाओं द्वारा सालों से चली आ रही मां की विदाई से पहले उन्हें सिंदूर लगाने की परंपरा निभाई जाती है. एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर मस्ती भी करती हैं. मान्यता है कि दुर्गा मां अपने परिवार के संग मायके आई हैं और ससुराल जाते समय दशमी के दिन उनकी मांग भरी जाती है. बंगाली समाज में सिंदूर खेला की परंपरा सालों से चली आ रही है. एक तरफ मां की विदाई तो दूसरी तरफ सुहागिनें मन में उमंग और सौभाग्य की कामना लिए सिंदूर खेला खेलती हैं. दुमका के दुर्गास्थान प्रांगण में सुहागिन महिलाओं ने सिंदूर खेल कर मां दुर्गा की विदाई कर मां से सुख समृद्धि की कामना किया.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
4+