मंईयां सम्मान योजना: झारखंड में "मंईयां" के वेरीफिकेशन के और क्या हो सकते है तरीके, पढ़िए इस रिपोर्ट में !

धनबाद (DHANBAD) : मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में अब लाभुकों को अप्रैल महीने से केवल आधार लिंक सिंगल बैंक खाता के जरिए ही राशि का भुगतान होगा. अप्रैल महीने से प्रत्येक सही लाभुकों को₹2500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी. लाभुकों या नया आवेदन करने वालों को यह नोट कर लेना चाहिए कि आवेदन के समय महिला लाभुक की आयु 21 वर्ष पूरी हो जानी चाहिए तथा 50 वर्ष से कम आयु का होना जरूरी है. आवेदिका के पास आधार और राशन कार्ड होने चाहिए. जिनका राशन कार्ड में नाम नहीं है, उनके लिए पिता या पति का राशन कार्ड भी मान्य किया गया है. बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 6 जनवरी को दिसंबर महीने के लिए 56.61 लाख महिला लाभुकों को पैसा ट्रांसफर किया था. होली के दौरान करीब 38 लाख महिला लाभुकों के खाते में राशि भेजी गई थी. इनका बैंक खाता आधार लिंक था. पिछले दिनों कैबिनेट के फैसले में बिना आधार लिंक खाते में राशि भेजने की स्वीकृति दी गई.
केवल मार्च तक के लिए बदला गया था फैसला
हालांकि यह फैसला केवल मार्च तक के लिए लिया गया था. इधर, यह भी पता चला है कि लाभुकों की वास्तविक पहचान करने के लिए महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग अब राशन कार्ड का भी सत्यापन करेगा. इसके लिए नोडल विभाग ने खाद्य आपूर्ति विभाग से राशन कार्ड पोर्टल के एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस के उपयोग की स्वीकृति मांगी है. जांच से यह भी पता चलेगा कि लाभुकों का राशन कार्ड आधार लिंक है या नहीं. पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के एक व्यक्ति ने इस योजना का लाभ लेने के लिए एक बैंक खाते से 95 बार आवेदन किया था. बता दें कि अभी भी जिलों के अंचल कार्यालय में लाभुकों की भीड़ लग रही है. जिनके खाते में पैसे पहुंच रहे हैं, वह तो हेमंत सरकार को आशीर्वाद दे रही है, लेकिन जिनके खातों में पैसे नहीं पहुंच रहे है. वह उतने ही गुस्से में कोस भी रही है.
झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है मंईयां सम्मान योजना
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. 2024 विधानसभा चुनाव के पहले इस योजना में प्रति लाभुक को ₹1000 की सहायता मिल रही थी. लेकिन सरकार ने घोषणा की थी कि अगर गठबंधन की सरकार रिपीट हुई तो प्रत्येक लाभुक को ₹2500 का भुगतान किया जाएगा और वादे के मुताबिक भुगतान शुरू भी हुआ. लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, कई तरह की गड़बड़ियां सामने आने लगी. कई लाभुकों के खाते को होल्ड पर कर दिया गया. इसके बाद महिला यह जानने को इच्छुक हुई कि आखिर उनके खाते में पैसे क्यों नहीं आ रहे हैं? अगर आवेदन रिजेक्ट हुआ है, तो वजह क्या है? नया आवेदन कब से भरा जाएगा, महिलाएं यह भी जानना चाहती है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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