रांची (RANCHI) : चंद्र प्रकाश चौधरी गिरिडीह निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं. आजसू पार्टी ने अभी हाल ही में फिर से गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से चंद्र प्रकाश चौधरी पर भरोसा जताया है और उन्हें टिकट दिया है. वे आजसू पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के जगरनाथ महतो को शिकस्त देकर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे. इससे पहले वह 2005 से 2019 तक रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने थे. वहीं रघुवर सरकार के कार्यकाल के दौरान कैबिनेट मंत्री थे. उन्हें जल संसाधन, पेयजल और स्वच्छता विभाग मिला था.
राजनीति से पहले यहां पर की नौकरी
गिरिडीह से आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी का जन्म 18 अगस्त 1967 को रामगढ़ के रजरप्पा थाना क्षेत्र के सांडी गांव में हुआ. उनके पिता का नाम रीझू नाथ चौधरी और माता का नाम कलावती चौधरी है. इनकी शादी सुनीता चौधरी से हुई, जिनसे दो पुत्र ईषान व पीयूष और एक पुत्री सोनल प्रिया है. इनके पिता रीझू नाथ चौधरी जनसंघ से जुड़े हुए थे. वे भी तीन बार विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन जीत नहीं पाए. सीपी चौधरी ने बिनोवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग से वाणिज्य में स्नातक किया. उसके बाद सीसीएल के रजरप्पा कोलियरी में कांटा इंचार्ज के रूप में काम किया. उसी दौरान इनका झुकाव राजनीति में हुआ.
चंद्रप्रकाश चौधरी का सियासी सफर
गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने राजनीति की शुरुआत आजसू पार्टी से की. आजसू ने उन्हें हजारीबाग जिला का संयोजक बनाया और वह 2000 से 2003 तक संयोजक रहे. 2003 से 2005 तक हजारीबाग जिलाध्यक्ष के रूप में काम किया. 2005 में पहली बार पार्टी ने उन्हें केन्द्रीय कोषाध्यक्षक बनाया. वह 2008 तक कोषाध्यक्षक पद पर बने रहे. 2009 में चंद्रप्रकाश चौधरी को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया. रामगढ़ सीट से 2005 में पहली बार सीपी चौधरी को आजसू ने टिकट दिया और वह विधानसभा चुनाव लड़े और पहले ही प्रयास में वह विधानसभा पहुंचे. उसके बाद 2009 और 2014 में भी उन्हें लगातार जीत हासिल हुई. रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से लगतार तीन बार विधायक बने.
झारखंड सरकार में कई विभाग के रहे मंत्री
2005 में सीपी चौधरी पहली बार अर्जुन मुंडा की सरकार में भू- राजस्व मंत्री बने. फिर 2006 में मधु कोड़ा की सरकार में विज्ञान प्रोद्यौगिकी मंत्री रहे. 2009 में शिबू सोरेन की सरकार में जल संसाधन विभाग बतौर मंत्री संभाला. 2010 में एक बार अर्जुन मुंडा की सरकार में भवन निर्माण मंत्री बने. पांचवी बार रघुवर दास की सरकार में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का जिम्मा मंत्री रहे. सीपी चौधरी झारखंड विधानसभा में पार्टी विधायक दल के नेता भी रहे हैं.
झारखंड आंदोलन में जेल भी गए हैं आजसू प्रत्याशी
रामगढ़ को अलग जिला बनाने के लिए हुए आंदोलन में आजसू प्रत्याशी चंद्र प्रकाश चौधरी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. आंदोलन के चलते ही 2004 में हजारीबाग से अलग होकर रामगढ़ नया जिला बना. इससे पहले झारखंड अलग राज्य के लिए भी उन्होंने संघर्ष किया. झारखंड आंदोलन के दौरान वह 1988-89 में जेल भी गये थे.
करोड़पति हैं चंद्र प्रकाश चौधरी
आजसू प्रत्याशी चंद्र प्रकाश चौधरी करोड़पति हैं. उनकी कुल संपत्ति 1.35 करोड़ है. वहीं चल संपत्ति 897,000 रुपए और अचल संपत्ति 44.91 लाख है. कुल देनदारियां 13.30 लाख है. कुल आय 2990,000 रुपए है. इनके खिलाफ दो आपराधिक मुकदमा है.
लोगों का क्या है कहना
गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां कुल मतदाता 1649413 है. जिसमें महिला वोटर 769833 है और पुरुष मतदाता 879561 है. 2019 के चुनाव में आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी को 648277 वोट मिले थे, जबकि झामुमो के जगरनाथ महतो को 399930 मत प्राप्त हुए है. दावा किया जा रहा है कि 2024 के दंगल में इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी. लोगों का मानना है कि पिछली बार चंद्रप्रकाश चौधरी मोदी की आंधी में सांसद बन गए थे, लेकिन इस बार उनकी राहें आसान नहीं है. क्षेत्र की जनता उनसे नाराज चल रहे हैं. वे लोगों से जुड़ नहीं पाए और क्षेत्र के कई ऐसे काम थे जिसे उन्होंने पूरा नहीं किया. यहीं कारण है कि आजसू ने भी प्रत्याशी की घोषणा करने में काफी समय लिया. वहीं झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने अभी तक उम्मीदवार का एलान नहीं किया है. इस सीट पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. लोगों की नजरें अभी भी टिकी हुई है. आखिर पक्ष और विपक्ष से कौन उम्मीदवार होगा.
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