दुमका(DUMKA): लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान तो बाकी है. लेकिन, तैयारियां और मैदान तो सज गया है. इस चुनावी त्योहार को लेकर मतदाता भी तैयार है. जल, जंगल और जमीन के प्रदेश झारखंड में भी यहां का आवाम तैयार हो गया है और 14 लोकसभा सीट में अपना -अपना वोट देंगे. झारखंड की उपराजधानी दुमका की हाईप्रोफाइल सीट की चर्चा तेज हैं. सोरेन परिवार की यह परंपरागत सीट रही है. जहां सियासत की बिसात बिछ ही चुकी है. भाजपा ने अपने जीते हुए उम्मीदवार सुनील सोरेन को फिर टिकट देकर उतारा है. लेकिन, झामुमो की तरफ से कौन प्रत्याशी सुनील सोरेन के सामने खड़ा होगा अभी इस पहेली को सुलझना है. .
भाजपा के लिए आसान नहीं होगी राह
भाजपा के लिए ये सीट जीतना आसान कभी नहीं रहा है और इस बार भी उनके सामने बड़ी चुनौती होगी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के गढ़ और सोरेन परिवार की धमक हर चुनाव में यहां गूंजती रही है. 2019 के लोकसभा परिणाम को देखे तो सुनील सोरेन 47590 वोट से ही शिबू सोरेन को हराकर दिल्ली दरबार पहुंचे थे. संताल की दुमका सीट झामुमो की परंपरागत रही है औऱ इस बार सोरेन परिवार की तरफ से कौन मैदान में उतरेगा सवाल तो बना हुआ है. लेकिन, जो तस्वीर उभर कर सामने आ रही है. उसमे दावेदार शिबू सोरेन के अलावा कई उभरकर आ रहे हैं.
अभी मुश्किलों में घिरा है शिबू सोरेन परिवार
याद रखने वाली बात तो ये है कि मौजूदा वक्त में सोरेन परिवार मुश्किलों में घिरा हुआ है. दिशोम गुरु शिबू सोरेन के बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाले के आरोप में जेल में बंद है . खुद शिबू सोरेन सीबीआई जांच के घेर में है और उनकी बहु और जामा सीट से विधायक सीता सोरेन भी जांच की जद में फंसी हुई है. ऐसे में इस परिवार के मुश्किल वक्त में हेमंत सोरेन की वाइफ कल्पना सोरेन ने राजनीति में उतरकर सहारा बनती हुई दिख रही है. वही, दुमका से विधायक और शिबू सोरेन के छोटे बेटे बसंत सोरेन परिवार के साथ खड़े नजर आते हैं. हवा के खिलाफ बहते रुख और विकट स्थिति में आखिर कौन दुमका की इस सीट पर दांव आजमेयगा ये सवाल बना हुआ है. हालांकि, जो चर्चाए और फिजाओं में सुगबुगहाट तैर रही है, उसमे हेमंत सोरेन की वाइफ कल्पना सोरेन की सबसे ज्यादा चर्चा है. इसके साथ ही शिबू सोरेन भी यहां मैदान में उतर सकते है. लेकिन, उनके सामने उनकी हावी होती उम्र बाधा बन रही है. जामा विधायक सीता सोरेन भी यहां से ताल ठोक सकती है.
दुमका चुनाव में इन नामों की भी चर्चा
सोरेन परिवार के इतर भी अन्य प्रत्याशियों के उतारने की बात सामने आ रही है. जिसमे महेशपुर विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी और शिकारीपाड़ा विधायक नलीन सोरेन के नाम भी सामने आ रहा है. लेकिन, इन दोनों के बीच भी बढ़ती उम्र का मसला रोड़ा बन रहा है. चर्चा अप्रत्याशित रुप से नलीन सोरेन की पत्नी जाएस बेसरा की भी तेज है. वर्तमान में जाएस बेसरा जिला परिषद अध्यक्ष के पद पर आसीन है. दुमका सीट का चुनाव हमेशा से ही दिलचस्प रहा है . यहां भाजपा ने समय- समय पर सेंधमारी जरुर करती रही है. लेकिन, जो वजूद और दबदबा संताल की इस मिट्टी में शिबू सोरेन परिवार का रहा है. वैसा भाजपा का तो नहीं रहा है. पिछली बार सुनील सोरेन ने जीत का दीदार किया था. लेकिन, इस बार उनके सामने विजय श्री हासिल करना आसान नहीं होगा. क्योंकि हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद साहनुभूति की लहर से भी लड़ना होगा. इसके साथ ही कल्पान सोरेन का धुआंधार चुनावी प्रचार और उनका विरोधियों पर हमलावर रुख भी भाजपा को भारी पड़ सकती है. खैर आगे क्या होगा औऱ मतदाता किसे वोट देंगे ये तो समय बतायेगा. लेकिन, इस बार भी दुमका का चुनाव बेहद दिलचस्प होगा, इससे इंकार नहीं किया जा सकता .
रिपोर्ट- पंचम झा
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