रांची - भाजपा की सीता सोरेन के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दुमका में नलिन सोरेन को चुनाव मैदान में उतारा है. नलिन सुरेंद्र झारखंड मुक्ति मोर्चा के पुराने नेता रहे हैं. वहीं मथुरा प्रसाद महतो को गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चुनाव मैदान में उतारा है.
भाजपा ने क्या कहा जानिए
दुमका से नलिन सोरेन को लोकसभा की चुनावी जंग में उतारने पर प्रतिक्रिया मिल रही है. झारखंड बीजेपी ने कहा है कि पहले यह कहा जा रहा था कि हेमंत सोरेन जेल से ही दुमका लोकसभा सीट पर चुनाव लड़कर जीत सकते हैं. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने कहा कि ऐसा लगता है कि लड़ने से पहले ही हार का अहसास हो गया. इसलिए हेमंत सोरेन ने दुमका लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का इरादा छोड़ दिया.
उधर दो दिन पहले ही सीता सोरेन ने रांची में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि उनके खिलाफ कोई भी आ जाए दुमका में कोई मुकाबला नहीं है. दुमका लोकसभा सीट पर सभी लोग उन्हें पहचानते हैं. वह पहचान की मोहताज नहीं हैं. इस बार दुमका लोकसभा सीट पर कमल खिलेगा. अभी तक यह लग रहा था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा कहीं ना कहीं पशोपेश में है. सोरेन परिवार की ही बड़ी बहू सीता सोरेन के खिलाफ किसे दुमका में लड़ाया जाए. फिर यह भी लगा कि कोई परिवार का सदस्य यहां से नहीं चुनाव लड़ेगा.पार्टी के अंदर स्टीफन मरांडी और माहेश्वरी के नाम की चर्चा पहले से थी. झारखंड मुक्ति मोर्चा के पुराने नेता और टुंडी से विधायक मथुरा प्रसाद महतो गिरिडीह लोकसभा सीट पर प्रत्याशी बनाए गए हैं. गिरिडीह लोकसभा सीट पर एनडीए की ओर से आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं.उन्होंने यह सीट 2019 में जीती थी. यहां पर मुकाबला रोचक हो सकता है. चंद्रप्रकाश चौधरी को कड़ी चुनौती का करना पड़ सकता है.
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