देर से आया मानसून कहीं बना किसानों के लिए संजीवनी तो कहीं किसानों के खेत हो रहे जलमग्न

पिछले दो तीन दिनों में हुई इस बारिश ने किसानों के लिए संजीवनी का काम किया है. इस बारिश ने किसानों में एक उम्मीद जगा दी है कि अब वे अपने खेतों में बचे हुए धान रोपाई के अधूरे काम को पूरा कर सकेंगे. बता दें कि, मानसून आने के बाद भी अच्छी बारिश नहीं होने के कारण खेतों में सुखाड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी.

देर से आया मानसून कहीं बना किसानों के लिए संजीवनी तो कहीं किसानों के खेत हो रहे जलमग्न